महासमुंद : ओडिशा से गांजा खरीद कर ले जा रहे तस्करों का पर्दाफाश हो गया है. पुलिस चेकिंग में गांजा से भरे एक ट्रक को जब्त कर लिया है. मार्च के बाद से जिले में सर्वाधिक गांजा तस्करों को पुलिस ने एनएच 353 पर पकड़ा है. पुलिस ने अब तक करोड़ों रुपए के गांजे के साथ करीब दो दर्जन से अधिक तस्करों को पकड़ा है. बता दें कि लॉकडाउन के बाद ओडिशा से गांजा खरीदने के लिए बड़ी संख्या में तस्कर महासमुंद पहुंच रहे हैं.
ओडिशा की सीमा पर पुलिस ने 1 करोड़ 62 लाख रुपए कीमत से अधिक का गांजा जब्त किया है. गांजा के साथ दो तस्करों की भी गिरफ्तारी हुई है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंमभुलकर साहू ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर उन्होंने ओडिशा सीमा स्थित टेमरी नाके पर घेराबंदी की और गांजे से भरे ट्रक को तस्करों के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे सब्जी लेकर ओडिशा गए थे. पुलिस ने जब ट्रक की तलाशी ली तो उन्हें सब्जी के खाली कैरेट के नीचे 8 क्विंटल 10 किलो गांजा मिला.
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ट्रक और मोबाइल जब्त
भरतपुर गोपालगढ़ निवासी खालिद और अलवर निवासी आरोपी साकिर हुसैन ने बताया कि वे गांजा ओडिशा के भवानीपटना से खरीदकर बेचने के लिए दिल्ली लेकर जा रहे हैं. पुलिस ने तस्कर में इस्तेमाल किए जा रहे ट्रक को भी जब्त कर लिया है, जिसकी कीमत 18 लाख रुपए है. साथ ही 1 मोबाइल और 33 सौ रुपए नगदी रकम मिलाकर कुल 1 लाख 80 लाख 7 हजार 3 सौ रुपए जब्त किए हैं. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट 20 (ख) के तहत कार्रवाई की है.
महानगरों में गांजे की मांग बढ़ी
बता दें कि गांजा तस्करी की बड़ी वजह यह है कि लॉकडाउन के बाद से महानगरों में गांजे की मांग बढ़ गई है. गांजे की अधिक कीमत मिलने की वजह से दिल्ली, राजस्थान, एमपी, यूपी, झारखंड और बिहार में गांजे का कारोबार करने वाले गांजा खरीदार ओडिशा भेज रहे हैं. तस्करी में मिलने वाली मोटी रकम के लालच में लोग यहां आ रहे हैं.