महासमुंद: बिहाझर गांव में मनरेगा अधिकारी और सरपंच पति पर 47 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. ग्रामीणों ने बताया कि साल 2016-17 में 350 शौचालय के निर्माण के लिए 47 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे. प्रत्येक व्यक्ति को इसके तहत शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये मिलने थे. सरपंच पति और मनरेगा अधिकारी ने ग्रामीणों को पहले खुद शौचालय बनाने को कहा और शौचालय के बाद पैसे मिलने की बात कही थी. ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने इसके लिए पैसे मांगे तो सरपंच पति और मनरेगा अधिकारी ने पैसे नहीं होने की बात कही. बिहाझर गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है.
सरपंच पति और मनरेगा अधिकारी पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों ने सरपंच पति और मनरेगा अधिकारी पर फर्जीवाड़ा कर शौचालय का पैसा निकालने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों ने फर्जी बिल के आधार पर पैसे निकाले.