महासमुंद: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दिशा-निर्देश पर सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर जमकर नारेबाजी की. धरना-प्रदर्शन में कांग्रेस के सभी पदाधिकारी शामिल हुए. उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार गरीब जनता को कोरोना संकट के बीच आर्थिक संकट में भी डाल रही है.
कांग्रेस पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह हर दिन पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्यों में वृद्धि कर रही है, इससे आम जनजीवन पर खासा असर देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ेगी, तो ट्रांसपोर्टिंग का भी रेट बढ़ेगा. कोविड-19 की महामारी के समय में इस तरह मूल्यों की वृद्धि आम आदमी के लिए घातक है. मंहगाई के कारण गरीब तबके के लोगों पर बुरा असर पड़ेगा. केंद्र सरकार को इस पर अंकुश लगाना चाहिए.
30 से 4 जुलाई तक ब्लॉक स्तरीय धरना-प्रदर्शन की तैयारी
वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कहा हम लोगों ने अभी जिला स्तर पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया है. 30 से 4 जुलाई तक ब्लॉक स्तरीय धरना-प्रदर्शन करेंगे. केंद्र की मोदी सरकार को उनकी गलतियों से अवगत कराएंगे. कांग्रेस जिला अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि केंद्र की जो नीति है, वह आम जनमानस को शांति देने वाली नीतियां नहीं हैं.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर प्रदर्शन
बता दें कि 7 जून से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे कांग्रेस के कार्यकर्ता केंद्र सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. उनका कहना है कि इतिहास में पहली बार डीजल पेट्रोल से महंगा हुआ है. कोविड-19 की महामारी के कारण आज देश में लोगों के पास आर्थिक संकट के हालात हैं, लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है, जिससे आम जनता त्रस्त हो चुकी है.