महासमुंद: आलू प्याज के बढ़ते दाम और कृषि कानून के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने शनिवार को कांग्रेस भवन के सामने एक दिवसीय जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और अन्य कार्यकर्ताओं ने आलू प्याज का माला पहनकर नारेबाजी की.
प्रदर्शन के दौरान कृषि कानून और आलू-प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कृषि कानून जिस तरह से आया है, वह किसानों के लिए नहीं, बल्कि पूंजीपतियों के लिए है. इसलिए केंद्र सरकार को इस बिल को वापस लेना ही होगा.
दिन पर दिन बढ़ रहे आलू-प्याज के दाम
कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिस तरह से आलू-प्याज के दाम दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं, इसपर केंद्र सरकार को अंकुश लगाना चाहिए. केंद्र सरकार इस बिल को किसानों पर थोप नहीं सकती. यह बिल किसानों के हित में नहीं है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस बिल के खिलाफ हम लगातार धरना और प्रदर्शन करते रहेंगे.
प्याज के बाद अब आलू की कीमतों ने रुलाया, दूसरे राज्यों से की जा रही आलू की सप्लाई
केंद्र की नीतियों का विरोध
जिला कांग्रेस कमेटी ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें याद करते हुए एक दिवसीय धरना का आयोजन किया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
आलू-प्याज की कीमतों में उछाल
प्याज के बाद अब आलू की आसमान छूती कीमतों ने आम लोगों की थाली का स्वाद और किचन का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. कोरोना के साथ ज्यादा बारिश होने से फसलों को नुकसान हुआ है. जिसकी वजह से अब आलू की कीमत भी आसमान छू रही है. बाजार में अब प्याज 80 रुपये प्रति किलो और आलू 50 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है.