दरअसल, पिथौरा ब्लॉक में रविशंकर नामक व्यक्ति ने पिछले साल 29 मई 2018 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी 9 महीने की बेटी को टीका लगवाया था. ये टीका महिला नर्स ने खुद न लगाकर अपनी अप्रशिक्षित सहयोगी से लगवाया. टीका लगने के कुछ महीने बाद ही बच्ची के हाथ में संक्रमण फैलने लगा.
गल रही हैं बच्ची के हाथ की हड्डियां
आज हालात कुछ ऐसे हैं कि अस्पताल में भर्ती पीड़ित बच्ची के हाथ की हड्डियां गलने लगी हैं. बच्ची के पिता ने इस मामले में 4 महीने बाद ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अग्रवाल उनकी चिकित्सा अधीनस्थ एस.बी. गाड़ियां और उनकी सहयोगी अप्रशिक्षित नर्स और प्रभारी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी.
न्यायालय में याचिका दाखिल
बच्ची के पिता ने अक्टूबर में पुलिस में शिकायती आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस की जांच में 4 महीने और लग गए और अब कहीं जाकर पुलिस ने 7 फरवरी को नर्स एस. बी. गाड़ियां और उसकी सहयोगी के खिलाफ 7 फरवरी को FIR दर्ज की है, लेकिन मामले में कोई ठोस कार्रवाई न होते देख पीड़ित पिता ने कड़ी कार्रवाई के लिए कोर्ट में याचिका लगाई है, जिसके बाद कोर्ट ने CMO को कोर्ट में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं.
महासमुंद : नर्स की लापरवाही का खामियाजा भुगत रही मासूम बच्ची, गलने लगी है हाथ की हड्डी - , cg news
महासमुंद : जब धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ही बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने लगें तो ऐसे में भला लोग कहां जाएं. डॉक्टर की ऐसी ही एक लापरवाही महासमुंद के पिथौरा ब्लॉक में सामने आई है, जिसका खामियाजा एक मासूम बच्ची को भुगतना पड़ रहा है.
दरअसल, पिथौरा ब्लॉक में रविशंकर नामक व्यक्ति ने पिछले साल 29 मई 2018 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी 9 महीने की बेटी को टीका लगवाया था. ये टीका महिला नर्स ने खुद न लगाकर अपनी अप्रशिक्षित सहयोगी से लगवाया. टीका लगने के कुछ महीने बाद ही बच्ची के हाथ में संक्रमण फैलने लगा.
गल रही हैं बच्ची के हाथ की हड्डियां
आज हालात कुछ ऐसे हैं कि अस्पताल में भर्ती पीड़ित बच्ची के हाथ की हड्डियां गलने लगी हैं. बच्ची के पिता ने इस मामले में 4 महीने बाद ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अग्रवाल उनकी चिकित्सा अधीनस्थ एस.बी. गाड़ियां और उनकी सहयोगी अप्रशिक्षित नर्स और प्रभारी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी.
न्यायालय में याचिका दाखिल
बच्ची के पिता ने अक्टूबर में पुलिस में शिकायती आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस की जांच में 4 महीने और लग गए और अब कहीं जाकर पुलिस ने 7 फरवरी को नर्स एस. बी. गाड़ियां और उसकी सहयोगी के खिलाफ 7 फरवरी को FIR दर्ज की है, लेकिन मामले में कोई ठोस कार्रवाई न होते देख पीड़ित पिता ने कड़ी कार्रवाई के लिए कोर्ट में याचिका लगाई है, जिसके बाद कोर्ट ने CMO को कोर्ट में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं.
Body:screept.
note - sir photo ETV Desk me send kiya huo
thank you
Conclusion: