महासमुंद: छत्तीसगढ़ सरकार ने 15 संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है, जिन्हें सीएम हाउस में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई. भूपेश सरकार ने महासमुंद जिले को 2 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया है, जबकि बाकि दो विधायकों को दूसरे प्रभार सौंपे गए हैं.
खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव और महासमुंद विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर को संसदीय सचिव नियुक्त किया गया है. इससे महासमुंद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ लोगों में उत्साह का माहौल है.
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महासमुंद के 2 विधायकों को दूसरे पद दिए गए हैं, जिसमें सरायपाली विधायक किस्मत लाल नन्द को अनुसूचित जाति बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया है. बसना विधायक देवेंद्र सिंह बहादुर को वन विकास निगम में अध्यक्ष बनाया गया है. संसदीय सचिव के नाम की घोषणा होने के बाद खल्लारी विधायक और महासमुंद विधायक के समर्थकों ने जमकर आतिशबाजी की. इसके साथ ही विधायकों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा.
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'सरकार के भरोसे पर वह खरे उतरेंगे'
विधायक द्वारिकाधीश यादव और विनोद चंद्राकर ने मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के आला नेताओं का इस नई जिम्मेदारी के लिए आभार जताया है. साथ ही क्षेत्र के विकास में सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने जो जिम्मेदारियां सौंपी हैं, सरकार के भरोसे पर वह खरा उतरेंगे. साथ ही दोनों विधायकों ने विभाग के बंटवारे की जिम्मेदारी को स्वीकार किया है.
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महासमुंद को मिली मेडिकल कॉलेज की सौगात
बता दें कि, विधायक विनोद चन्द्राकर को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इससे महासमुंद में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होने की बात की जा रही है. पहले महासमुंद जिला अस्पताल को रेफर सेंटर के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी होने की बात कही जा रही है. विनोद चन्द्राकर ने कहा कि अब स्वास्थ्य सुविधाओं में बदलाव आएगा. इसके पहले ही महासमुंद को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली है.