महासमुंद: जिले के खट्टी गांव में रहने वाले दिनेश पानीकर ने सनशाइन इंफ्राबिल्ड कॉरपोरेशन लिमिटेड के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी. मामले में सनशाइन कंपनी के डायरेक्टर, संचालक, प्रचारक और अनुमति देने वाले कई लोगों के खिलाफ खल्लारी थाना में दो अलग-अलग अपराध पंजीबद्ध किए गए हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक इसमें पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा पर मामले का स्टार प्रचारक के तौर पर और कई IAS अधिकारियों को योजना की क्लीनचिट देने के मामले में आरोपी बनाया गया है, लेकिन महासमुंद पुलिस इससे इनकार कर रही है. पुलिस का कहना है कि पूर्व गृह मंत्री और बाकी आईएएस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है. इस केस में इन लोगों का सिर्फ नाम है इनके खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया गया है.
दिनेश ने बताया कि सनशाइन कंपनी में 13 लाख 11 हजार 881 रुपए जमा किए गए थे. कंपनी ने 6 साल में रकम दोगुनी होने की बात कही थी, लेकिन आज तक न यह रकम दोगुनी हुई और न ही दिनेश को इसका मूल धन वापस मिला. दिनेश ने कई बार इसकी शिकायत पुलिस में की थी लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. बार-बार शिकायत के बावजूद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो दिनेश ने हाईकोर्ट की शरण ली. हाईकोर्ट से मिले आदेश के आधार पर महासमुंद के खल्लारी थाने में मामला दर्ज किया गया.
25000 लोगों ने हाईकोर्ट में दायर की पिटिशन
डूमरपाली के रहने वाले नंद कुमार निषाद ने बताया कि 25000 लोगों ने हाईकोर्ट में एक पिटीशन दायर की थी. इसमें महासमुंद के चार लोगों में से 2 लोगों की एफआईआर खल्लारी थाने में दर्ज की गयी थी, इसमें सनशाइन कंपनी में निवेश करने वाले दिनेश कुमार पानीकर और नंद कुमार निषाद शामिल हैं.