महासमुंद: लभराखुर्द के गौठान में 7 मवेशियों की मौत हो गई. इसके अलावा 7 मवेशी बीमार पड़ गए हैं, जिससे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है. मवेशियों की मौत के बाद भाजपा के जनप्रतिनिधि और गौ सेवक सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. फिलहाल प्रशासन ने मवेशियों को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है.
दरअसल, लभराखुर्द में एक रोपणी को चारों तरफ से तार से घेर कर अस्थाई गौठान बनाया गया था, जिसमें लगभग 100 गायों को रखा गया था. मवेशियों की रखवाली के लिए एक व्यक्ति को रखा गया था, लेकिन चारा-पानी और रहने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी. जिले में 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश में मवेशी भीग रहे थे. इसी बीच 7 मवेशियों की मौत हो गई. साथ ही 7 मवेशी बीमार हैं.
मवेशियों की मौत ठंड और भूख से हुई
पशु विभाग के उप संचालक का कहना है कि मवेशियों की मौत ठंड और भूख से हुई है. प्रशासन के रिकॉर्ड में यहां किसी प्रकार के गौठान बनाए जाने की जानकारी नहीं है. बीमार मवेशियों का इलाज किया जा रहा है. साथ ही मृत मवेशियों की पोस्टमार्टम हो गई है.
ग्राम सचिव को जारी किया गया नोटिस
गौरतलब है कि इस मामले में कोई प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं. जनपद सीईओ ने ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मुख्यालय से सटे गांवों में ग्रामीण अस्थाई रूप से गौठान बनाकर मवेशियों को रख रहे हैं. प्रशासन को खबर न होना तमाम सवाल खड़ा करता है.