महासमुंद: जिले के ग्राम पंचायत मोरधा में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. दरअसल, सरपंच-सचिव और अधिकारियों की मिली भगत से लक्ष्मी पटेल पात्र हितग्राही को आवास की सूची से बाहर कर दिया गया था. हितग्राही की शिकायत के बाद पुलिस ने सरपंच सचिव और करारोपण अधिकारी समेत फर्जी हितग्राही को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि पूरा मामला 2016-17 का है. लक्ष्मी पटेल जनगणना 2011 की सूची में पात्र थी, लेकिन पंचायत के सरपंच एमवती साहू, सचिव कमलेश्वरी साहू और करारोपण अधिकारी की मिलीभगत के कारण लक्ष्मी पटेल को आवास की सूची से बाहर कर दिया गया. इतना ही नहीं उसकी जगह पर अपात्र हितग्राही कमर सिंह मरार को हितग्राही बना दिया गया.
पुलिस ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार
हितग्राही ने इसकी शिकायत जनपद CEO के पास की, जिसके बाद जांच में मामला सही पाया गया. इसके बाद CEO ने फर्जी तरीके से आहरित राशि को जमा करने के लिए नोटिस दिया, लेकिन राशि जमा नहीं किया गया. इसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट के बाद मामले से संबंधित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.