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कोरिया: निमोनिया पर आयोजित हुई कार्यशाला, नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को दी गई संपूर्ण जानकारी

कोरोना काल में निमोनिया से जुड़ी जानकारी देने के लिए न्यू लाईफ इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की ओर से निमोनिया पर ऑनलाईन कार्यशाला आयोजित की गई. इस दौरान छात्र-छात्राओं को बिमारी से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई. साथ ही इलाज के दौरान रखी जाने वाली सावधानी के बारे में भी बताया गया है.

Workshop on pneumonia
निमोनिया पर आयोजित हुई कार्यशाला
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Published : Nov 22, 2020, 2:09 AM IST

कोरिया: न्यू लाईफ इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की ओर से कोविड-19 दौरा में निमोनिया पर ऑनलाईन कार्यशाला आयोजित की गई. न्यू लाईफ के शीक्षिका सुधालता यादव ने इसका आयोजन किया था. कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए छात्र- छात्रओं को ऑनलाइन वर्चुअल कार्यशाला के जरिए समाजिक दूरी, मास्क का उपयोग करने पर जोर दिया गया. इस दौरान निमोनिया की विस्तार से जानकारी भी दी गई है. बता दें न्यू लाईफ हेल्थ एवं एजुकेशन सोसायटी इसका संचालन करती है.

क्या है निमोनिया

निमोनिया श्वसन तंत्र की एक गंभीर बीमारी है. इस रोग में फेफड़ों में सूजन आ जाता है. और पानी भर जाता है. निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक संक्रमण है. यह मुख्य रुप से विषाणु, जीवाणु और पैरासाइटस के संक्रमण के कारण होता हैत. 5 साल से कम उम्र के बच्चो में सामान्यतः यह बीमारी ज्यादा होती है.

पढ़ें: रायपुर: 13 साल की नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में वन विभाग का अधिकारी गिरफ्तार

निमोनिया के मुख्य लक्षण

निमोनिया के मुख्य लक्षण खांसी, सास लेने मे तकलीफ, सीने मे दर्द, बेचैनी, भूख कम लगना, कमजोरी है. काफी लंबे वक्त तक सर्दी के लक्षण भी निमोनिया हो सकता है. ऐसा होने पर बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लेना होता है.

निमोनिया का उपचार

मुख्य रूप से एंटी-बायोटिक, एंटी-वायरल, और बचाव के लिए निमोकोकल वैक्सीन (टीकाकरण), सर्दियो में 5 साल से कम उम्र के बच्चों, बुजुर्गों की देखभाल करना आवश्यक होता है. इसके अलावा खांसते वक्त मुंह पर रुमाल रखना, ठंडे पदार्थों का सेवन कम करना, प्रदूषित वातावरण से परहेज, दुध एवं डेयरी पदार्थो का सेवन कम करना, धूम्रपान न करना और साबुन से हाथों को नियमानुसार धोना जरूरी है.

कोरिया: न्यू लाईफ इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की ओर से कोविड-19 दौरा में निमोनिया पर ऑनलाईन कार्यशाला आयोजित की गई. न्यू लाईफ के शीक्षिका सुधालता यादव ने इसका आयोजन किया था. कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए छात्र- छात्रओं को ऑनलाइन वर्चुअल कार्यशाला के जरिए समाजिक दूरी, मास्क का उपयोग करने पर जोर दिया गया. इस दौरान निमोनिया की विस्तार से जानकारी भी दी गई है. बता दें न्यू लाईफ हेल्थ एवं एजुकेशन सोसायटी इसका संचालन करती है.

क्या है निमोनिया

निमोनिया श्वसन तंत्र की एक गंभीर बीमारी है. इस रोग में फेफड़ों में सूजन आ जाता है. और पानी भर जाता है. निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक संक्रमण है. यह मुख्य रुप से विषाणु, जीवाणु और पैरासाइटस के संक्रमण के कारण होता हैत. 5 साल से कम उम्र के बच्चो में सामान्यतः यह बीमारी ज्यादा होती है.

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निमोनिया के मुख्य लक्षण

निमोनिया के मुख्य लक्षण खांसी, सास लेने मे तकलीफ, सीने मे दर्द, बेचैनी, भूख कम लगना, कमजोरी है. काफी लंबे वक्त तक सर्दी के लक्षण भी निमोनिया हो सकता है. ऐसा होने पर बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लेना होता है.

निमोनिया का उपचार

मुख्य रूप से एंटी-बायोटिक, एंटी-वायरल, और बचाव के लिए निमोकोकल वैक्सीन (टीकाकरण), सर्दियो में 5 साल से कम उम्र के बच्चों, बुजुर्गों की देखभाल करना आवश्यक होता है. इसके अलावा खांसते वक्त मुंह पर रुमाल रखना, ठंडे पदार्थों का सेवन कम करना, प्रदूषित वातावरण से परहेज, दुध एवं डेयरी पदार्थो का सेवन कम करना, धूम्रपान न करना और साबुन से हाथों को नियमानुसार धोना जरूरी है.

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