कोरिया: जनकपुर भरतपुर वनांचल क्षेत्र के ग्राम पंचायत माडीसरई स्कूल के छात्र-छात्राओं को यूनिफार्म, पुस्तक और मास्क वितरित किया गया. सभी बच्चों को प्रधान पाठक ने घर पर ही रहकर पढ़ाई करने का सुझाव दिया गया है.
पढ़ें-कांकेर: अंतागढ़ में मोहल्ला क्लास की शुरूआत, शिक्षकों ने पढ़ाने का उठाया बीड़ा
भरतपुर के शिक्षकों ने घर-घर जाकर सभी छात्र-छात्राओं को यूनिफार्म, पुस्तक और मास्क का वितरण किया. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सरकार ने सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला लिया है. इसके साथ ही राज्य में मोहल्ला क्लास की शुरुआत हो गई है. इसमें शिक्षक हर मोहल्ले में जाकर 10 से 15 बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. इस दौरान छात्र-छात्राओं को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है. शिक्षक बच्चों को हाथ धोने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात कही है.
मोहल्ला क्लास से शिक्षित हो रहे बच्चे
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से छात्र-छात्राओं की शिक्षा प्रभावित न हो इसे ध्यान में रखते हुए पढ़ई तुंहर दुआर योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत शिक्षक छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं, लेकिन राज्य के अंदरूनी इलाकों में इंटरनेट की उपलब्ध नहीं होने और मोबाइल नहीं होने की वजह से गांवों और गली मोहल्ले में क्लास लगाकर पढ़ाई कराई जा रही है, इसके तहत शिक्षकों घर-घर जाकर छात्रों को पुस्तक और यूनिफॉर्म का वितरण कर रहे हैं, जिससे छात्रों को पढ़ाई करने में कोई समस्या न हो, इसको ध्यान में रखते हुए समय पर पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.
छात्रों को कराई जा रही ऑनलाइन पढ़ाई
कोरोना वायरस की वजह से इस साल स्कूल समय पर शुरू नहीं हो पाया है. राज्य शासन ने छात्रों की शिक्षा को सुचारू तरीके से जारी रखने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर योजनाओं के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. जिससे उनकी पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी न आए.