कोरियाः छत्तीसगढ़ में नए जिलों की घोषणा के बाद कहीं खुशी कहीं गम जैसा माहौल है. कोरिया के मनेंद्रगढ़ को जिला बनाए जाने के बाद कांग्रेस के दो विधायक आमने-सामने आ गए हैं. एक जिला बनने के पक्ष में है, तो दूसरा इसके विरोध में खड़ा है. अंबिका सिंहदेव ने गलत विभाजन किये जाने का आरोप लगाया है, जबकि गुलाब कमरो ने कहा है कि जिला बनने में कोई व्यवधान डालेगा तो मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा. बहरहाल दोनों विधायकों के बयान आने के बाद राजनीति बेहद गरमा गई है.
मैं दबने वाला नहीं, न पहले दबा था न अब दबूंगाः गुलाब
विधायक गुलाब कमरो ने कहा है कि साल 1998 में हमारे साथ अन्याय हुआ था, वो अब नहीं होने दूंगा. हमारे अधिकारों को छीनने की बात होगी, तो मैं विरोध करूंगा. 1998 में किनके कारण और जिला कहां बन गया, यह सब जानते हैं.
अम्बिका सिंहदेव की सोच गलत है. 38 साल के बाद अगर वे मनेंद्रगढ़ के जिला बनने का विरोध कर रही हैं, तो यह गलत है. जिला बनने में कोई व्यवधान डालेगा तो मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा. मैं दबने वाला नहीं हूं. न पहले दबा था न अब दबूंगा.
अंबिका ने मनेंद्रगढ़ को जिला बनाए जाने का किया था विरोध
दरअसल, संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव ने मनेंद्रगढ़ को जिला बनाए जाने का विरोध किया था. उन्होंने कहा था कि जब तक सही विभाजन नहीं हो जाता, वो किसी भी कार्यक्रम में मंच पर नहीं चढ़ेंगी. निजी और सरकारी कार्यक्रम के मंच पर न बैठकर आम जनता के साथ खड़ी रहेंगी. बता दें कि मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की मांग लंबे समय से चल रही थी. वहीं अब कांग्रेस के विधायक ही एक दूजे के खिलाफ हैं.