एमसीबी: जिले के भरतपुर में जल जीवन मिशन योजना के तहत बनाये गये चेम्बर (गड्ढे) में गिरने से तीन साल के मासूम की मौत हो गई. घटना में ठेकेदार की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद पूरे शहर की जनता काफी गुस्से में है. भरतपुर के जमथांन में नल जल योजना का कार्य किया जा रहा था, जहां वाल के लिए बनाए गए 5 फिट के गड्ढे में एक 3 साल का मासूम गिर गया. घटना के बाद तत्काल बच्चे को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, लेकिन मासूम ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
ठेकेदार के लापरवाही की बात उठ रही: घटना के बारे में मासूम के परिजनों ने बताया गया की "बच्चा खेल रहा था और स्लैब खुला हुआ था. उसी में गिरने से बच्चे की मौत हो गई. जब तक हमारी नजर वहां पड़ी तब तक देर हो चुकी थी. पानी भरा होने के कारण मासूम को निकालने में देर हुई." वहीं गांव के सरपंच ने कहा की "नल जल योजना में ठेकेदार ने जो जोइन्टर लगाया था. उसको ठेकेदार ने अच्छे से पैक नही किया गया था, जिसके कारण बच्चा उसमें डूब गया और उसकी मौत हो गई."
अधिकारी ने कही ये बात: ठेकेदार की लापरवाही से हुई मासूम की मौत के बाद जब ईटीवी भारत ने पीएचई विभाग के सहायक उप अभियंता से बात की. उन्होंने कहा की "यह जो घटना घटी है, वह बहुत ही दुखद है. क्योंकि वाल चेम्बर में ढक्कन लगा था और आस पास के घरों में वहीं से पानी जाता है. उनके यहां दो कनेक्शन हैं उसमें पानी जा रहा था. उनको और पानी चाहिए था. वाल के चेंबर में डिस्टर्बेंस किया गया और वाल से छेड़खानी की गई. जिसके कारण यह घटना घटी है." इतना कह कर सहायक अभियंता ने अपना पल्ला झाड़ लिया. अब देखना होगा की मामले में प्रशासन ठेकेदार पर क्या कार्रवाई करता है.