कोरिया : जैविक खाद के नाम पर लाखों रुपए की लागत से शहर से बाहर कंपोस्ट खाद यूनिट का निर्माण कराया गया था. लेकिन विभाग की अनदेखी से वहां लगा सामान चोरी हो गया जिसकी जानकारी विभाग को भी नहीं है.
आपको बता दें कि 'नगर पालिका परिषद ने शहर से निकल रहे सूखा और गीला कचरा को अलग करके उससे जैविक खाद का निर्माण किया जाना था, जहां गीले कचरे से जैविक खाद बनाई जाएगी और सूखे कचरे से नए उत्पादन कर इसे कबाड़ीओ के हाथ भी बेचा जाना था. यह कयास भी लगाए जा रहे थे कि यूनिट की स्थापना पर कुछ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. इससे तैयार होने वाले उत्पाद में खाद किसानों को बेचा जाएगा जो किसानों के लिए जैविक खाद के रुप में रामबाण साबित होता'.
लाखों रुपए की लागत से कंपोस्ट खाद
यही नहीं इससे तैयार होने वाले उत्पाद की देख-रेख के लिए एक समिति भी बनाई जानी थी, जिसके तहत शहर में लाखों रुपए की लागत से कंपोस्ट खाद यूनिट का निर्माण कराया गया, लेकिन इसे विभाग की उदासीनता ही कहें कि लाखों की लागत से बने कंपोस्ट खाद यूनिट सेंटर से दरवाजे और सीट चोरी हो गए.
दरवाजे और खिड़कियों की चोरी
जब ईटीवी भारत ने जैविक कंपोस्ट सेंटर के दरवाजे और खिड़कियों चोरी होने पर सवाल किया तो नगरपालिका अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है. अब देखना यह होगा कि नगर पालिका थाने में चोरी की सूचना देती है या नहीं.