कोरिया: रविवार की तड़के सुबह SECL के सह क्षेत्र प्रबंधक चर्चा कार्यालय के सामने रखे कॉलरी के स्क्रैप में भीषण आग लग गई. स्क्रैप यार्ड में सैकड़ों मीटर लंबे बेल्ट व लाखों की कीमत के महंगे प्लास्टिक पाइप रखे हुए थे. प्लास्टिक की वजह से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. नगर सेना के जवानों ने कई डिब्बे फोम और पानी का छिड़काव कर आग पर काबू पाया.
आग की सूचना मिलते ही सह क्षेत्र प्रबंधक व चीफ मैनेजर माइनिंग तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय स्तर पर आग बुझाने का प्रयास करने लगे. इसके साथ ही नगर सेना व नगरपालिका के अग्निशमन दल को भी सूचना दी गई.
नगर सेना के जवानों ने आग पर काबू पाया
कॉलरी में उपयोग होने वाले बेल्ट में रबड़ की मात्रा काफी अधिक रहती है. रबर व प्लास्टिक के जलने की वजह से काले धुएं का गुबार पूरे आसमान पर छा गया. आग की लपटें भी काफी ऊंचाई तक पहुंच गई. जो काफी दूर से ही नजर आ रही थी. सूचना मिलने के बाद SECL का विभागीय अग्निशमन वाहन पहुंचा. लेकिन आग पर कोई असर नहीं पड़ने पर नगर सेना की दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने पहुंची. नगर सेना के जवानों ने कई डब्बे फोम का छिड़काव पानी के साथ किया. जिससे आग तो बुझी लेकिन रुक-रुक कर फिर धधकती रही. लगातार हजारों लीटर पानी का छिड़काव कर आग पर नियंत्रण पाया गया.
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सुरक्षा का नहीं कोई प्रबंध
जिस जगह पर आग लगी वहां से सिर्फ 20 मीटर की दूरी पर सुरक्षा विभाग का कार्यालय और उसी परिसर में कॉलरी की सुरक्षा में लगा CISF का कैंप है. कैंप के द्वार पर एक जवान की ड्यूटी लगातार रहती है. इतने पास आग लगने के बाद भी दोनों ही जिम्मेदार विभागों की तरफ से कोई पहल नहीं की गई. दोनों ही विभाग यदि अपनी जिम्मेदारी से काम करते तो इतनी भीषण स्थिति नहीं होती.
ये बात भी सामने आ रही है कि स्क्रैप यार्ड मैं कोई फेंसिंग नहीं थी. मौके पर काफी संख्या में महुआ के पेड़ भी है. वर्तमान में महुआ का सीजन चल रहा है. ऐसी स्थिति में यह आशंका जताई जा रही है कि महुआ बीनने वालों ने संभवत ठंड से बचने के लिए आग लगाई हो और वह आग धीरे-धीरे बढ़ गई.