मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : जिला एमसीबी के अंतर्गत आने वाला एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र जिसे हम काले हीरे की नगरी के रूप में जानते हैं. जहां कोयले का उत्खनन किया जाता है. लेकिन यहां की प्रबंधन की बदइंतजामी आम जनजीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है. जिसका जीता जागता उदाहरण आप देख सकते हैं. जहरीली गैस कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी खतरनाक गैस वायुमंडल में फैलने के साथ-साथ आम जनमानस को अनेक बीमारियों की चपेट में ले रही है. (
Manendragarh Chirmiri Bharatpur District)
खदानों से निकल रहा जहरीला धुआं : जिला एमसीबी के अंतर्गत आने वाले साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड चिरमिरी में इन दिनों लोग जहरीले धुएं से परेशान हैं. एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी और खराब नीतियों के कारण आम जनमानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. चिरमिरी क्षेत्र के अंतर्गत माइनिंग के कारण कई स्थानों से जमीन फटने और जहरीली गैस निकलने की घटनाएं देखी गई हैं.
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धुआं स्वास्थ्य के लिए खतरनाक : जमीन के अंदर से धुएं के तौर पर निकल रही गैस काफी खतरनाक है. जो मानव शरीर में कई तरह की बीमारी बनने का कारण बन रही है. चिरमिरी क्षेत्र के कई हिस्सों में यह गैस अनवरत निकल रही है. जिस की रोकथाम की जिम्मेदारी एसईसीएल प्रबंधन पर है. लेकिन गैस को रोकने और बंद करने के लिए एसईसीएल प्रबंधन कोई सार्थक कदम नहीं उठा रहा है. यदि डॉक्टर की माने तो यह गैस मानव जीवन के लिए बहुत बड़ा खतरा है. वहीं डॉक्टर भी मानते हैं कि इस गैस से इंसानी जीवन को खतरा है.