एमसीबी : राशन दुकान का लाइसेंस रद्द होने के बाद चनवारीडांड के पूर्व दुकान संचालक ने प्रशासन पर एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में राशन दुकान संचालक अनशन पर बैठा था. दुकान संचालक ने शासन की कार्रवाई के बाद से ही अन्न और जल त्याग दिया था.जिसके कारण उसका बीपी लो हो गया. लाइसेंस निरस्तीकरण को रद्द करने की मांग कर रहे दुकान संचालक की जब तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा. इसके बाद एसडीएम, एसडीओपी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम बुजुर्ग को उठाकर हॉस्पिटल ले गई.
क्यों हुई राशन दुकान पर कार्रवाई : आपको बता दें कि मनेंद्रगढ़ के चनवारीडांड क्षेत्र में राशन कम मिलने और सार्वजनिक वितरण प्रणाली का उल्लंघन करने की शिकायत मिली थी.जांच के बाद शिकायत सही पाई गई.जिसके बाद एसडीएम मनेंद्रगढ़ ने शासकीय उचित मूल्य राशन दुकान चनवारीडांड का लाइसेंस निरस्त कर दिया. इस पर पूर्व संचालक ने सरपंच पर झूठी शिकायत और प्रशासन पर एकपक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाते हुए जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ के भगत सिंह तिराहे पर गुरुवार से आमरण अनशन शुरू किया था.
''प्रशासन ने एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए राशन दुकान को निरस्त कर दिया है. इसके विरोध में अनशन कर रहे हैं.'' श्रीनिवास तिवारी, पूर्व संचालक,चनवारीडांड राशन दुकान
अस्पताल में चल रहा बुजुर्ग का इलाज : आपको बता दें कि चनवारीडांड राशन दुकान में अनियमितता मिलने के बाद एसडीएम मनेंद्रगढ़ ने दुकान को निरस्त करने के बाद दूसरे पंचायत में अटैच कर दिया है.जिसके विरोध में पूर्व राशन दुकान संचालक धरने पर बैठा था.लेकिन प्रशासन के खिलाफ किये जा रहे अनशन के दौरान वृद्ध की तबीयत बिगड़ी.तब प्रशासन हरकत में आया और बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराया गया.