मनेंद्रगढ़: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में शनिवार को आदिपुरुष फिल्म के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए.यहां एस3 सिनेफ्लैक्स के सामने कोरिया साहित्य एवं कला मंच के लोग जुटे और उन्होंने फिल्म के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों ने कहा कि इस फिल्म में राम, सीता और रावण की भूमिका निभा रहे किरदारों की भाषा बहुत ही निम्न स्तर की है. यह आपत्तिजनक है. इससे हमारे पवित्र ग्रंथ रामायण का अपमान हो रहा है. भगवान श्री राम और माता सीता की छवि खराब हो रही है. यह फिल्म वाल्मिकी रचित रामायण पर आधारित है. लेकिन पात्रों का अभिनय हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाती है. यह फिल्म हमारी पीढ़ी के संस्कारों को खराब कर देगी. बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ेगा. इसलिए इस फिल्म पर पूरे देश में बैन लगनी चाहिए.
आदिपुरुष को बैन करने को लेकर सौंपा ज्ञापन: लोगों ने फिल्म आदिपुरुष को बैन करने को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाली मंच सदस्य अनामिका चक्रवर्ती ने कहा कि 'आदिपुरुष' नाम ही गुमराह करने वाला है. फिल्म रामायण पर आधारित है और भगवान राम 'आदिपुरुष' नहीं 'मर्यादा पुरुषोत्तम' थे. यह फिल्म समाज को बहुत गलत संदेश दे रही है और हमारी युवा पीढ़ी को गुमराह कर रही है. यह फिल्म सनातन धर्म के खिलाफ एक साजिश है. हमारी मांग है कि देश में इस फिल्म का प्रदर्शन तुरंत बंद कर दिया जाना चाहिए. जिस तरह से राम, सीता, रावण और भगवान हनुमान के चरित्रों को चित्रित किया गया है वह शर्मनाक है.
आदिपुरुष की हो रही आलोचना: आदिपुरुष की इसके खराब वीएफएक्स और बोलचाल के संवादों के लिए पूरे देश में आलोचना हो रही है. लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला की 'लंका दहन' सीक्वेंस में भगवान हनुमान के संवादों के लिए आलोचना की जा रही है.कृति सैनन, सैफ अली खान और सनी सिंह स्टारर 3डी बहुभाषी फिल्म शुक्रवार को देश भर में रिलीज हुई.सीएम भूपेश बघेल ने भी कहा है कि अगर लोग इस फिल्म के खिलाफ शिकायत करते हैं तो हम इस फिल्म को छत्तीसगढ़ में बैन कर सकते हैं.
फिल्म आदिपुरुष को लेकर लोगों की भावनाएं प्रभावित हो रही है. देश में भी कई हिंदू संगठनों ने इस फिल्म का विरोध किया है. ऐसे में देखना होगा कि आदिपुरुष के प्रदर्शन को लेकर भारत सरकार और राज्य सरकार क्या फैसला लेती है.