कोरिया: मनेन्द्रगढ़ के साथ चिरमिरी और भरतपुर का नाम जोड़कर नया जिला बनाये जाने के बाद अब चिरमिरी को जिला मुख्यालय (District Headquarters at Chirmiri) बनाने की मांग तेज हो गई है. इसे लेकर 35 युवाओं ने पदयात्रा की शुरुआत की है. रविवार को चिरमिरी से रायपुर के लिए पदयात्रा की शुरुआत (Chirmiri To Raipur Padyatra Begins) हुई. 35 युवा इस पदयात्रा में शामिल हुए. जिनका चिरमिरी के विभिन्न स्थानों पर तिलक लगाकर स्वागत किया गया.
मनेन्द्रगढ़ से जुड़ा चिरमिरी और भरतपुर का नाम
बता दें कि, मनेन्द्रगढ़ को नया जिला बनाये जाने के बाद चिरमिरी वासियों की मांग पर मुख्यमंत्री ने नए जिले मनेन्द्रगढ़ के नाम के साथ ही चिरमिरी और भरतपुर का नाम जोड़कर एमसीबी नया नाम दिया. अब जिला बनने के बाद जिला मुख्यालय को लेकर जंग जारी है. लंबे समय से अनशन के बाद अब मुख्यालय बनाये जाने की मांग को लेकर चिरमिरी से रायपुर तक 300 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत की गई है. यह पदयात्रा रायपुर मुख्यमंत्री निवास पहुंचेगी. जहां पदयात्री मुख्यमंत्री के समक्ष जिला मुख्यालय चिरमिरी में बनाने की मांग रखेंगे. आज निकली सत्याग्रह पद यात्रा संभवत 10 दिनों में मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचेगी.
चिरमिरी का नामोनिशान मिट जाएगा
गौरतलब हो कि संघर्ष समिति चिरमिरी अपने अस्तित्व की लड़ाई को अंतिम मानकर चल रही है. क्योंकि उन्हें मालूम है कि इस बार कुछ हासिल नहीं कर पाए तो चिरमिरी का नामोनिशान समाप्त हो जाएगा.
चिरमिरी में जिला मुख्यालय बनाने की मांग
नगर निगम चिरमिरी में एमआईसी और नेता प्रतिपक्ष ने करतल ध्वनि के साथ जिला मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव पास किया. जिसे निगम शासन को भेज चुका है. इस कड़ी में सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने भी अपना समर्थन सघर्ष सामिति को दिया है. वर्तमान समय में चिरमिरी को जिला मुख्यालय बनाने के लिए सत्ता से संगठन ने अपने तरीके से अलग से मांग रखी है.