कोरिया : खांडा जलाशय के क्षतिग्रस्त होने पर बड़ी कार्रवाई की गई है. राज्य शासन ने निलंबित कार्यपालन अभियंता विनोद शंकर साहू पर 1 करोड़ 3 लाख का हर्जाना लगाया है. विधायक गुलाब कमरो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, जल संसाधन मंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिख जांच की बात कही थी.
22 सितंबर 2019 को बैकुंठपुर स्थित खांडा जलाशय टूटने के कारण सैकड़ों किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी. जलाशय की देखरेख और मरम्मत का कार्य अभियंता विनोद शंकर साहू के द्वारा किया गया था. कार्यपालन अभियंता की लगातार अनदेखी के कारण लगातार लापरवाही बरती गई थी.
पढ़ें : कोरिया: MLA विनय जायसवाल ने किया मेरो जलाशय का भूमि पूजन, 210 हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
क्या है पूरा मामला?
जलाशय के टूटने से पहले स्थानीय ग्रामीणों ने जलसंसाधन विभाग को अवगत भी कराया था. उनका कहना था कि बांध के बीचोंबीच पानी का रिसाव हो रहा है. बांध का गेट खोल देने से पानी का भराव कम हो जाएगा. बांध की तत्काल मरम्मत कराई जाए, लेकिन अभियंता ने अपने काम में लापरवाही बरती. इसके कारण खांडा बांध टूट गया. बांध के टूटने से फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई.
हर्जाना भरने का आदेश
विधायक गुलाब कमरो ने खांडा जलाशय के क्षतिग्रस्त होने की जांच के साथ ही निलंबित कार्यपालन अभियंता विनोद शंकर साहू के विरुद्ध विभागीय जांच की भी मांग की थी. वहीं जांच पूरी होने के बाद निलंबित कार्यपालन अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की गई है. विनोद शंकर साहू को 1 करोड़ 3 लाख रुपये हर्जाना भरने का आदेश जारी किया गया है.