एमसीबी: ऑपरेशन मुस्कान के तहत की जा रही कार्रवाई का असर अब साफ दिखाई दे रहा है. हफ्तेभर के अंदर 2 गुम बालिकाओं को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को सौंपा गया है. पुलिस अधीक्षक मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर टीआर कोशिमा की तरफ से टीम तैयार कर नाबालिग बालक और बालिकाओं की बरामदगी के लिए भेजा जा रहा है जिसमें लगातार सफलता भी मिल रही है. इससे पहले 2 दिसंबर को भी जिले की एक नाबालिग को दमोह से बरामद किया गया था.
क्या है पूरा मामला: 10 जून 2018 को जनकपुर क्षेत्र से बालिका घर से बिना बताए चली गई थी. बालिका की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेश बरैया के मार्गदर्शन में टीम तैयार की गई. बालिका की तलाश के लिये सउनि गौटिया राम मरावी, आरक्षक मदन राजवाडे, महिला आरक्षक प्रियंका की टीम तैयार कर मध्यप्रदेश के कटनी भेजा गया. विशेष टीम ने कटनी मध्यप्रदेश से अपहृता को आरोपी दीपक उर्फ दीपू के कब्जे से बरामद किया. इस तरह ऑपरेशन मुस्कान से 4 साल से गुम बालिका को बरामद कर परिजनों को सौंपा गया. आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.
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ऑपरेशन मुस्कान: लापता बच्चों का पता लगाने और उन्हें पुनर्वास करने के लिए गृह मंत्रालय की एक परियोजना है. जिसके तहत राज्य पुलिस के कर्मचारी लापता बच्चों की पहचान कर उन्हें बचाने के लिए अलग अलग कामों में शामिल होते हैं. ऑपरेशन मुस्कान चलाने के बाद कई परिवारों में खुशियां वापस लौटी है. जुलाई 2017 में ऑपरेशन मुस्कान शुरू किया गया था.