कोरियाः छत्तीसगढ़ राज्य में कक्षा छठवीं, सातवीं, नौवीं और ग्यारहवीं के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं. इस दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल (protocol)का पालन अनिवार्य किया जाना है. लेकिन कोरिया (Koriya) जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चित्ताझोर पोड़ी में इस प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है.
यहां कक्षा सातवीं के बच्चों के साथ छठवीं और आठवीं के बच्चों को बैठाया गया. सामाजिक दूरी का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है. इधर, विद्यालय प्रशासन (school administration) ने खुद की असमर्थता व्यक्त कर दी है. शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में कक्षाओं की संख्या कम (less number of classes) होने की वजह से समस्या आ रही है.
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सुरक्षा को लेकर मुश्किल में हैं बच्चे
कोरिया जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चित्ताझोर पोड़ी स्कूल पहुंचे बच्चों ने बताया कि स्कूल बहुत दिनों बाद खुला है. हम लोग स्कूल आए हैं. मास्क (mask) लगा कर एहतियात बरत रहे हैं. लेकिन स्कूल में एक साथ सभी छात्र-छात्राओं (students) को सातवीं कक्षा में बैठाया गया है. हमें कोरोना (corona) से डर लग रहा है. पहले हम लोगों का ऑनलाइन क्लास (online class) लगता था. फिर मोहल्ला क्लास (mohalla class) लग रहा है. अब हम लोगों को स्कूल आ कर बहुत अच्छा लग रहा है. स्कूल में पढ़ाई (Reading) शुरू हो गई है.
मामले में स्कूल के हेड मास्टर (head master) ने कहा है कि स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है. इस लिए हमें बच्चों को एक साथ ही बैठना पड़ रहा है. हम लोगों के पास रूम की व्यवस्था नहीं है. शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला चित्ताझोर पोड़ी के प्रिंसिपल से चर्चा करेंगे. रूम की व्यवस्था होते ही हम लोग छठवीं, सातवीं, आठवीं के बच्चों को अलग-अलग बिठाने का प्रयास करेंगे.