कोरिया: कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिले गांवों में तरह-तरह की अफवाह फैली हुई है. प्रशासन इन अफवाहों को दूर करने के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने गांव तक दस्तक दे रही है. कई गांवों में जागरूकता की कमी के चलते गांव वाले प्रशासनिक अधिकारियों को गांव से बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं. जिले में भी कुछ इस तरह का वाक्या सामने आ रहा है. यहां सोनहत विकासखंड के ओदारी और कटगोड़ी गांव में जब महिला तहसीलदार अंकिता पटेल पहुंची तो ग्रामीणों ने उनके साथ स्वास्थ्यकर्मियों को देखकर घरों के दरवाजे तक बंद कर लिए. कई ग्रामीण खेतों का रुख कर लिए. गांव की महिलाओं को तहसीलदार अंकिता पटेल ने काफी देर तक वैक्सीन शीन के फायदे बताए. बावजूद इसके महिलाओं ने वैक्सीन लगवाने से इंकार कर दिया.
MGNREGA के तहत चल रहे काम में कोरोना गाइ़डलाइन का पालन नहीं कर रहे मजदूर
अधिकारियों के समझाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोल रहे ग्रामीण
बैकुंठपुर विकासखंड के पटना में नायब तहसीलदार भीष्म पटेल जब वहां के कुछ गांवों में पहुंचे. नायब तहसीलदार को देखते ही कई ग्रामीणों ने अपने घर के दरवाजे बंद कर लिए. नायब तहसीलदार दरवाजा खोलने की मन्नतें करते रहे. बावजूद इसके ग्रामीणों ने दरवाजा नहीं खोला. भीष्म पटेल ने कहा कि गांव में कोरोना संक्रमण वैक्सीनेशन से ही रोक सकते हैं. महामारी से न जूझना पड़े इसके लिए वैक्सीनेशन करने गया था. कुछ ग्रामीण समझाने के बाद वैक्सीन लगवा भी रहे हैं. कोरोना और वैक्सीन को लेकर ग्रामीणों में तरह-तरह की भ्रांतियां फैली है. कोविड से निपटने के लिए ग्रामीणों से कोविड गाइडलाइन का पालन और वैक्सिनेशन प्रशासन के लिए चुनौती है.