बैकुंठपुर/कोरिया: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया (Koriya) जिले में जिला अस्पताल प्रशासन (District Hospital Administration) पर लापरवाही का आरोप लगा है. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही (Negligence of hospital administration) से एक नवजात बच्चे की मौत (Newborn baby death) हो गई. बच्चे की मौत के बाद परिजन अस्पताल परिसर के सामने धरने (On dharna in front of hospital premises) पर बैठ गए हैं.
बैकुंठपुर कटौली पारा निवासी दीपक कुमार कुर्रे अपनी गर्भवती पत्नी रेखा कुर्रे को लेकर बीते रात 9:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचा. पत्नी प्रसव पीड़ा से परेशान थी, डॉक्टरों ने पहले महिला को भर्ती किया. देर रात तक महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही. फिर सुबह लगभग 3.45 में महिला ने बच्चे को जन्म दिया. जिसके बाद बच्चे को तुरंत आईसीयू में भर्ती कर दिया गया. उसके बाद परिजनों को सुबह सात बजे जानकारी दी गई कि उनके बच्चे की मौत हो गई है.
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बच्चे के मां ने लगाया लापरवाही का आरोप
महिला का आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने भी बच्चे पर ध्यान नहीं दिया. इसके साथ ही नर्स ने प्रसव के दौरान महिला से मारपीट भी की. इधर, परिजनों का भी आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गई है.साथ ही परिजनों का आरोप है कि कार्यरत नर्सों के द्वारा उन्हें अपशब्द कहा गया.
अस्पताल प्रबंधक ने कही जांच की बात
इस संबंध में अस्पताल के डॉ. गुप्ता ने बताया कि इसकी मुझे किसी भी तरह की जानकारी नहीं है. अगर ऐसी कोई भी बात है तो उसकी जांच होगी. साथ ही अस्पताल के प्रबंधक और सिविल सर्जन एसके गुप्ता ने कहा कि बच्चा जन्म के बाद रोया नहीं था. उसके बाद बच्चे में ऑक्सीजन ना ले पाने की स्थिति उत्पन्न हुई है, जिससे तुरंत उसे आईसीयू में भर्ती करा दिया गया था हालांकि सुबह 7 बजे बच्चे की मृत्यु हो गई.
धरने पर बैठे परिजन
परिजनों का आरोप है कि अगर प्रसव के बाद बच्चे को रुलाया जाता और ऑक्सीजन दी जाती तो शायद हमारा बच्चा जिवित होता. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इन सब में लापरवाही बरती जिसके कारण आज हमारा बच्चा हमारे बीच नहीं है. वहीं, बच्चे के मौत के बाद परिजन अस्पताल परिसर के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं.