एमसीबी: गांव के ग्रामीण बताते हैं कि मंदिर के अंदर रहस्यमयी गुफा है. इसी गुफा से आने वाली आवाजों का रहस्य आज भी बरकरार है. ग्रामीण अब इन आवाजों को सुनने के आदी हो चुके हैं. गांव वाले बताते हैं कि इस मंदिर के अंदर गुफा से शहनाई, ढोल, नगाड़ा की आवाज गूंजती है. बहुत सारे ग्रामीण यह आवाज सुन चुके हैं. राजा रानी की कहानी भी इस रहस्य से जुड़ी है. आज तक इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है.
रहस्यमय है मंदिर का इतिहास: तिलौली गांव में एक पहाड़ पर यह मंदिर स्थित है. मंदिर में रामलाल बैगा पूजा करते हैं. उन्होंने बताया कि "कई साल पहले एक राजा रानी बारात लेकर गांव से गुजर रहे थे. पहाड़ की गुफा को देखकर वे गुफा के अंदर गये. राजा रानी के गुफा के अंदर दाखिल होते ही दरवाजा पत्थरों से बंद हो गया. जिस पालकी में रानी आई थी, वह पालकी भी पत्थर की बन गई.''
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अनहोनी होने की संभावना पर माता देती है संदेश: ग्रामीणों का यह भी कहना है कि, "जब भी गांव में कोई अनहोनी होने की संभावना होती है तो माता मंदिर के पंडा या किसी अन्य माध्यम के जरिए उन्हें सावधान कर देती हैं. एक बार मंदिर में गेरुआ रंग से पुताई हो रही थी, तभी पहाड़ में कंपन होने लगा. एक भक्त के ऊपर माता की सवाई आई और गेरुआ रंग से पुताई करने से मना किया गया."
माता गढ़ा देवी पूरी करती है मनोकामना: यह मंदिर भरतपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूर तिलौली गांव में है. मान्यता है कि गढ़ा माता भक्तों की मांगी हर मनोकामना पूरी करती हैं. यहां दूर दूर से भक्त माता के दर्शन करने पहुंचते हैं.