कोरिया: बैकुंठपुर में आंदोलन कर रहे मनरेगा कर्मियों ने बीते दिन चरणबद्ध तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न गौठानो में गोबर ले जाकर बेचा और अपने गोबर की राशि को राज्य सरकार के खाते में जमा कराया. अब मनरेगाकर्मियों ने शनिवार को जल सत्याग्रह आनी ग्राम पंचायत में गेज नहर में किया जाएगा. इसके लिए सभी स्थानीय मीडिया और प्रतिनिधियों से आने की अपील की है.
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गोबर इकट्ठा करने के लिए मजबूर: मनरेगा महासंघ कोरिया के जिलाध्यक्ष आरिफ रजा ने बताया कि सरकार के पास हम लोगों को नियमित तौर से वेतन देने के लिए भी राशि नहीं है. इसलिए हमें गोबर इकट्ठा करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. इसी कारण हमारे साथियों ने बीते दिन गांव से गोबर समेटकर गौठानो में बेचा है. मनरेगा कर्मियों ने इस तरह एक क्विंटल गोबर बैकुंठपुर ब्लॉक के तीन गौठानों में बेचा है.
4 अप्रैल से लगातार आंदोलन कर रहे मनरेगा योजना कर्मियों की मांग पर अब तक सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है. आंदोलन के तहत ही बस्तर के पूज्य शक्ति स्थल मां दंतेश्वरी मंदिर से 78 मनरेगा कर्मियों ने दांडी यात्रा शुरू कर दी है. यह बस्तर के मुख्यालय में आते तक 500 से ज्यादा मनरेगाकर्मियों की संख्या हो जाएगी. इसमें भाग लेने वाले भरतपुर ब्लॉक से पांच मनरेगाकर्मियों की टीम रवाना हो रही है.
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अगले दिन जल सत्याग्रह: जिलाध्यक्ष ने बताया कि हर दिन पांच साथी दांडी यात्रा में सहभागिता के लिए रवाना होंगे. यह दांडी यात्रा का आंदोलन रायपुर तक जाएगा. उन्होंने बताया कि सत्याग्रह के अगले चरण में जिले भर के मनरेगा कर्मियों के द्वारा आगामी शनिवार को जल सत्याग्रह किया जाएगा. यह सभी ब्लॉक मुख्यालय में जल संसाधन की उपलब्धता के अनुसार किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कोरिया मुख्यालय में जल सत्याग्रह आनी ग्राम पंचायत में गेज नहर में किया जाएगा. शनिवार दोपहर से राष्ट्रीय राजमार्ग पर कलेक्ट्रेट परिसर के पीछे गेज नहर में जल सत्याग्रह किया जाएगा. उन्होंने सभी आंदोलन साथियों का उत्साह बढ़ाने के लिए मीडिया के सम्मानित प्रतिनिधियों, समर्थन देने वाले जनप्रतिनिधियों और संगठनों के सदस्यों को नियत स्थान पर समय उपस्थित होने की अपील की है.