कोरिया: रायपुर से बिहार के लिए 40 मजदूर पैदल निकले थे. ये मजदूर शनिवार को चलकर मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर पहुंचे है. जिन्हें प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से सूरजपुर जिले के बॉर्डर तक पहुंचाया गया है. ये सभी मजदूर 3 दिन पहले रायपुर से निकले थे, जो बिहार जा रहे हैं. जिले के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर इतने मजदूरों को देखकर प्रशासन भी हरकत में आ गया है.
जानकारी मिलने पर प्रशासन मजदूरों की मदद करने पहुंचा. इस बीच सोशल मीडिया से मजदूरों की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोग भी उनकी मदद के लिए आगे आ गए. मीडिया की पहल पर स्थानीय लोगों ने पानी और फल देकर इनकी मदद की. साथ ही प्रशासन ने मजदूरों के लिए एक बस मुहैया कराई है, जिसे स्थानीय लोगों ने पेट्रोल भरवा कर मजदूरों को जिले के अंतिम छोर तक पहुंचाने की व्यवस्था की है.
लोगों ने सोशल मीडिया देख की मजदूरों की मदद
लॉकडाउन में मजदूरों की हालत सबसे बुरी है. ऐसे में स्थानीय लोगों की और प्रशासन की मदद से ये मजदूर सूरजपुर जिले के बैरियर तक आसानी से पहुंच जाएंगे. कोरोना जैसी भयावह स्थिति में मानवता की यह अनोखी मिसाल है. साथ ही मदद करने वालों से सोशल मीडिया पर अपनी फोटो और नाम नहीं लिखने का भी आग्रह किया है. मजदूरों ने ऐसा व्यवहार देख मदद करने वालों को धन्यवाद दिया है.
हैदराबाद और महाराष्ट्र से पैदल चलकर रायपुर पहुंचे झारखंड के 34 मजदूर
लॉकडाउन के कारण फंसे मजदूर
छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों के कई प्रवासी मजदूर फंसे हुए है. ये प्रवासी मजदूर मदद न मिलने से पैदल ही अपने घर निकल गए है. ऐसे ही ये मजदूर रायपुर से बिहार के लिए निकले थे, जिन्हें कोरिया बॉर्डर पर मदद मिली है.