कोरिया: प्रसिद्ध कराटे मास्टर व नगरपालिका कर्मचारी मो. याकूब खान (Yakub Khan) एक महीने बाद कोरोना से जंग हार गए. रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल (Ramakrishna Hospital ) में उनका इलाज चल रहा था. इस दौरान शहरवासियों ने उनके लिए दुआएं मांगी थी और हर कोई यथा संभव आर्थिक सहयोग करने सामने भी आया था. लेकिन कोरोना से वो जंग जीत नहीं पाए.
कराटे मास्टर मो. याकूब खान की कोरोना से मौत
कोरोना संक्रमित (corona infected) होने के बाद कराटे मास्टर व नगरपालिका कर्मचारी मो. याकूब खान को पहले केंद्रीय चिकित्सालय आमाखेरवा में भर्ती कराया गया था. जहां हालत में सुधार नहीं होने की वजह से रामकृष्ण रायपुर अस्पताल (Ramakrishna Hospital ) में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों की निगरानी में उनकी सेहत में उतार-चढ़ाव होता रहा. डॉक्टरों ने उनके लंग्स में इंफेक्शन, श्वास नली व ऑक्सीजन की लगातार कमी की वजह से परिजनों को जवाब दे दिया. इधर अस्पताल प्रबंधन ने लाखों का भारी-भरकम बिल पकड़ा दिया. जिससे परिजन काफी परेशान थे.
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बिल कराया गया माफ
लाखों का बिल बकाया होने की जानकारी जैसे ही नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल (Municipality President Prabha Patel) को मिली. उन्होंने तत्काल बकाया बिल की राशि को पूरी तरह माफ कराने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo) से चर्चा की. स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर निजी सचिव शलभ वर्मा के प्रयास से उनका बकाया राशि में कटौती कर दी गई.
घर पहुंचते ही तोड़ा दम
अस्पताल से रात 2 बजे घर पहुंचते ही उनकी मौत हो गई. उनकी मौत की खबर से शहर में गम का माहौल है. कराटे मास्टर मोहम्मद याकूब के कई शिष्य देश-विदेश में मनेंद्रगढ़ का नाम रोशन कर चुके हैं. मोहरपारा इदगाह कब्रिस्तान में गमगीन माहौल में सुपुर्द ए खाक किया गया.