कोरिया: पटना थाना अंतर्गत गिरजापुर सोसायटी में 16,200 बारदाना घोटाला मामले में मैनेजर और फड़ प्रभारी फरार चल रहे हैं. ग्राम रावतसरई सोनहत निवासी प्रार्थी आनंदी सिंह पिता सोमार साय ने बागवानी मिशन की राशि में गड़बड़ी की शिकायत कलेक्टर से की थी. इसमें बताया था कि कटकोना स्थित निजी भूमि पर राष्ट्रीय बागवानी योजना से 20 लाख की सामुदायिक तालाब की स्वीकृति मिली थी. उद्यान विभाग की निगरानी में इसका निर्माण कराया जा रहा है. प्रथम किस्त में मिली राशि 10 लाख के कार्यों का मूल्यांकन कराया गया है. उसके बाद में शेष 10 लाख भुगतान में विभाग के अधिकारी-कर्मचारी ने सांठगांठ कर धोखाधड़ी की है. मामले में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जिला जनपद पंचायत सीईओ नम्रता जैन को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी.
ये हैं आरोपी
- अंचल राजवाड़े, जिलाध्यक्ष भाजयुमो कोरिया
- विनय त्रिपाठी, सहायक संचालक उद्यानिकी कोरिया
- अभय गुप्ता, उद्यान विस्तार अधिकारी कोरिया
- मनहरण सिंह, तकनीकी सहायक जिला पंचायत
- सत्यप्रकाश साहू, तकनीकी सहायक जिला पंचायत
- शांति राजवाड़े, कर्मचारी एक्सिस बैंक चरचा निवासी
- संदीप कुमार गुप्ता, निवासी फूलपुर थाना चरचा
- विशाल कुमार त्रिपाठी, निवासी नौगई सोनहत
- विनायक ट्रेडर्स एंड सप्लायर फर्म एवं संचालक कोरिया
बारदाना को लेकर हुई कार्रवाई: इधर 16,200 बारदाना मामले में मैनेजर और फड़ प्रभारी फरार हैं. आदिम जाति सेवा सहकारी समिति गिरजापुर में धान खरीदी और बारदाने में फर्जीवाड़े के मामले में सोसाइटी मैनेजर सुरेंद्र राजवाड़े, फड़ प्रभारी दिनेश कुशवाहा सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पटना पुलिस फरार आरोपियों को पिछले दो सप्ताह से तलाश कर रही है.
गौरतलब है कि धान खरीदी के दौरान तहसीलदार मनहरण सिंह राठिया की छापामार कार्रवाई में चार कर्मियों के घर से 16 हजार 200 बारदाना जब्त हुआ था. जिसमें समिति स्टाफ उमेश देवांगन के घर से 7 हजार बारदाना, दिनेश कुशवाहा के घर से 2 हजार बारदाना, ईश्वर साहू के घर से 7 हजार बारदाना और उमेश कुशवाहा के घर से 200 बारदाना मिला था. जब्त बारदानों में 1.62 करोड़ का फर्जी तरीके से धान बिक्री करने का अनुमान लगाए गए थे.
सभी हैं फरार, चल रही खोजबीन: एसडीओपी कविता ठाकुर ने बताया कि "गिरजापुर सोसाइटी और हॉर्टिकल्चर विभाग के प्रकरण में सारे आरोपी फरार हैं. मामले की जांच चल रही है और आरोपियों की तलाश जारी है.