कोरियाः जिले के एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र के बंद कोयले खदानों में कोल माफिया काफी सक्रिय है. मजदूरों की बेरोजगारी का फायदा उठाकर उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. बीते साल 24 दिसंबर को सुकुल सिंह नामक मजदूर कोयला लेने खदान के अंदर गया उसके बाद घर वापस नहीं पहुंचा. परिजनों ने कोरिया चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद एसईसीएल की रेस्क्यू टीम और चिरमिरी पुलिस तलाश कर रही है.
दो बार सर्चिंग करने के बाद भी नहीं चला पता
हेड कॉन्स्टेबल राम तिवारी ने बताया कि सुकुल सिंह कोयला बेचता था और कोयला निकालने ही खदान की ओर आया था. वहीं उसके खदान के अंदर होने की आशंका पर तलाश की जा रही है. एसईसीएल रेस्कयू टीम ने खदान के अंदर दो बार सर्चिंग की पर अभी तक सुकुल सिंह का पता नहीं चला है. जिसकी तलाश अभी भी जारी है. रेस्क्यू टीम के मैनेजर रामेश्वर त्रिपाठी ने कहा कि अंदर किसी आदमी के होने की शंका नहीं है.और ना ही अंदर किसी की मौत हुई है.
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खनन के वक्त महिला की हो चुकी है मौत
कुरासिया की बंद ओपन कास्ट खदान में अवैध कोयला खनन करते वक्त एक महिला की मौत भी हो चुकी है. अवैध खनन के समय मिट्टी धसने से टिकरापारा की रहने वाली 40 वर्षीय महिला यासमीन बानो की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी. जमीन में नीचे दबी महिला को जेसीबी से गड्ढा खोदकर बाहर निकाला गया था. एसईसीएल चिरमिरी की रेस्क्यू टीम ने बंद पड़े खदान के अंदर दो बार काफी देर तक सर्चिंग की. साथ ही जब वहां किसी के अंदर नहीं होने की पुष्टि हुई तो खदान को एसईसीएल ने बंद कर दिया.