कोरिया : प्रशासन की लापरवाही के कारण खदानों से लगातार कोयले का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. गरीब मजदूरों को अधिक पैसे का लालच देकर कोयले का उत्खनन कराया जा रहा है. इन कोयलों को चिरमिरी में संचालित अवैध ईंट भट्टों में खपाया जाता है. बीते कई दिनों में कई गरीबों की जान कोयले के उत्खनन के दौरान हुई है. इसके बावजूद प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है.
चिरमिरी की कुरासिया, पोड़ी, कोरिया कॉलरी, गेल्हापानी, डोमन हिल, बरतुंगा की बंद खदानों से बड़ी मात्रा में कोयले का उत्खनन किया जा रहा है. कोल माफिया टिकरापारा, इंद्रानगर के मजदूरों से कोयले का उत्खनन करा रहे हैं. कोयले के अवैध उत्खनन के लिए 50 से 60 की संख्या में मजदूर जाते हैं, जो बंद खदानों में कोयले के उत्खनन का काम करते हैं. 2020 में भी कुरासिया की बंद ओपन कास्ट खदान में अवैध कोयला खनन करते वक्त 40 वर्षीय महिला यासमीन बानो की मौत हो गई थी. लेकिन अबतक उस हादसे को लेकर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है.
रतनपुर: 3 टन से अधिक अवैध कोयला जब्त
टीम बनाकर कार्रवाई का आश्वासन
स्थानीय नागरिक राजकुमार मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिरमिरी में अवैध ईंट भट्टा संचालित है. आजतक उन ईंट भट्टों पर कार्रवाई नहीं की गई. अवैध कोयला उत्खनन के चक्कर में 10 से भी ज्यादा गरीब मजूदरों की जान चली गई है. चिरमिरी एसडीएम पी व्ही खेस ने बताया कि अवैध ईंट भट्टों के संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस, खनिज और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम मिलकर कार्रवाई कर रही है.