कोरिया: कोरोना से बचाव को लेकर कोरिया में दूसरे राज्यों से आने वाले गाड़ियों की निगरानी के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है. बिना कोरोना टेस्ट कोई भी व्यक्ति छत्तीसगढ़ में प्रवेश नहीं कर सकेगा. वहीं दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को पास दिखाना जरूरी होगा. मनेंद्रगढ़ लोगों की स्क्रीनिंग वगैरह की जा रही है. वहीं बात जनकपुर बॉर्डर की करें तो वहां स्क्रीनिंग की कोई सुविधा नहीं है. ETV भारत ने छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश सीमा का जायजा लिया.
एमपी बॉर्डर पर चेकिंग का हाल
कोरिया जिले में 11 से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन लगाया गया है. कोरिया जिले से लगे मध्य प्रदेश बॉर्डर को 6 जगहों से ब्लॉक किया गया. मनेंद्रगढ़ बॉर्डर की बात करें तो वहां चेकिंग व्यवस्था की गई है. लोगों की स्क्रीनिंग वगैरह की जा रही है. वहीं बात जनकपुर बॉर्डर की करें तो वहां स्क्रीनिंग की कोई सुविधा नहीं है. चेकिंग कर लोगों को आने-जाने दिया जा रहा है.
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जनकपुर बॉर्डर स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं
जनकपुर के ग्राम पंचायत ठिसकोली की सीमा मध्य प्रदेश से लगती है. जो जनकपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूर है. जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद नहीं है. मध्य प्रदेश से आने वाले लोगों की थर्मल स्कैनिंग भी नहीं की जा रही है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ये लापरवाही भारी पड़ सकती है.
मनेंद्रगढ़ बॉर्डर पर स्क्रीनिंग और पास से हो रही एंट्री
मनेंद्रगढ़ नाका इंचार्ज ललित तिवारी ने बताया कि बॉर्डर पर सभी की स्क्रीनिंग की जा रही है. रजिस्टर में राहगीरों का नाम, पता और मोबाइल नंबर भी लिया जा रहा है. वैलिड पास के साथ लोगों को जाने दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गुड्स, सब्जी समेत जरूरी सामान की गाड़ियों के आने-जाने पर रोक नहीं है.
जनकपुर बैरियल पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं
जनपद सदस्य मती सिंह मरकाम ने बताया कि जनकपुर बैरियल में हर दिन 100 लोग आना-जाना कर रहे हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यहां स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए. वहीं नाका इंचार्ज सीता शरण सिंह ने बताया कि फिलहाल जनकपुर बैरियल को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है.