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कोरियाः सरकारी पोर्टल में गड़बड़ी, 10 छात्रावासों को नहीं मिला 5 महीने से चावल - Government Portal mess

कोरिया में सरकारी पोर्टल की गड़बड़ी की वजह से 10 छात्रावास को 5 महीन से चावल नहीं मिल रहा है. छात्रावास अधीक्षक राशन दुकान और अन्य छात्रावास से इंतजाम करके बच्चों का पेट भरने के लिए मजबूर हैं.

hostels did not received rice
छात्रावास को नहीं मिला चावल
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Published : Dec 13, 2019, 12:43 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 4:33 PM IST

कोरियाः वेब पोर्टल में छात्रावास का नाम शामिल नहीं होने की वजह से मासूम बच्चों को दो वक्त का खाना दे पाना बहुत मुश्किल हो रहा है. जिले के 10 छात्रावासों में पिछले 5 महीने से चावल नहीं आ रहा. छात्रावास अधीक्षक दूसरे छात्रावास और राशन दुकान से BPL कार्ड का बचा हुआ चावल लेकर बच्चों को खिला रहे हैं.

छात्रावास को नहीं मिला चावल

सरकार ने आदिवासी जनजाति के बच्चों के लिए छात्रावास की स्थापना की है. जिससे वे शिक्षा से दूर न रहे और उन्हें सभी प्रकार की शिक्षा मिले सके.

स्थिति बद से बदतर
जिले में गरीब आदिवासी परिवार अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकारी छात्रावासों में रहने के लिए भेज देते हैं. जहां शिक्षा के साथ-साथ स्कूल ड्रेस, जूता, कंबल और दो वक्त का खाना अच्छे से मिल सके. लेकिन राशन आवंटन करने वाले सरकारी पोर्टल में गड़बड़ी की वजह से छात्रावास में जुलाई महीने से लेकर अब तक चावल नहीं पहुंच पाया है. ऐसे स्थिति में बच्चों के लिए खाना की व्यवस्था करना बहुत मुश्किल होते जा रहा है और बच्चों की हालत बद से बदतर होती जा रही है.

अधिकारियों का कोरा आश्वासन
छात्रावास के अधीक्षक अशोक मंडल ने बताया कि पोर्टल में गड़बड़ी की जानकारी आला अधिकारियों को दी गई है. जिस पर उन्हें जल्द से जल्द पोर्टल ठीक कराने का आश्वासन दिया गया था. साथ ही अन्य छात्रावास और राशन दुकानों से BPL कार्ड में बचा हुआ चावल लेकर खाने की व्यवस्था करने को कहा गया था, लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी राज्य शासन द्वारा पोर्टल ठीक नहीं किया गया. इस वजह से छात्रावास को चावल नहीं मिल रहा है. अब दूसरे छात्रावास में भी अतिरिक्त चावल खत्म हो रहा है.

कोरियाः वेब पोर्टल में छात्रावास का नाम शामिल नहीं होने की वजह से मासूम बच्चों को दो वक्त का खाना दे पाना बहुत मुश्किल हो रहा है. जिले के 10 छात्रावासों में पिछले 5 महीने से चावल नहीं आ रहा. छात्रावास अधीक्षक दूसरे छात्रावास और राशन दुकान से BPL कार्ड का बचा हुआ चावल लेकर बच्चों को खिला रहे हैं.

छात्रावास को नहीं मिला चावल

सरकार ने आदिवासी जनजाति के बच्चों के लिए छात्रावास की स्थापना की है. जिससे वे शिक्षा से दूर न रहे और उन्हें सभी प्रकार की शिक्षा मिले सके.

स्थिति बद से बदतर
जिले में गरीब आदिवासी परिवार अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए सरकारी छात्रावासों में रहने के लिए भेज देते हैं. जहां शिक्षा के साथ-साथ स्कूल ड्रेस, जूता, कंबल और दो वक्त का खाना अच्छे से मिल सके. लेकिन राशन आवंटन करने वाले सरकारी पोर्टल में गड़बड़ी की वजह से छात्रावास में जुलाई महीने से लेकर अब तक चावल नहीं पहुंच पाया है. ऐसे स्थिति में बच्चों के लिए खाना की व्यवस्था करना बहुत मुश्किल होते जा रहा है और बच्चों की हालत बद से बदतर होती जा रही है.

अधिकारियों का कोरा आश्वासन
छात्रावास के अधीक्षक अशोक मंडल ने बताया कि पोर्टल में गड़बड़ी की जानकारी आला अधिकारियों को दी गई है. जिस पर उन्हें जल्द से जल्द पोर्टल ठीक कराने का आश्वासन दिया गया था. साथ ही अन्य छात्रावास और राशन दुकानों से BPL कार्ड में बचा हुआ चावल लेकर खाने की व्यवस्था करने को कहा गया था, लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी राज्य शासन द्वारा पोर्टल ठीक नहीं किया गया. इस वजह से छात्रावास को चावल नहीं मिल रहा है. अब दूसरे छात्रावास में भी अतिरिक्त चावल खत्म हो रहा है.

Intro: एंकर - पोर्टल में गड़बड़ी के कारण कोरिया जिले के 10 छात्रावास में पिछले 5 महीने से नहीं आ रहा चावल । छात्रावास अधीक्षक दूसरे छात्रावास और राशन दुकान से bpl कार्ड का बचा हुआ चावल लेकर खिला रहे बच्चों को ।


Body: गरीब अभिभावक गरीबी की वजह से अपने बच्चों को अपने गांव में शिक्षा नहीं दे पाते थे । सरकार ने गरीब आदिवासी जनजाति के बच्चों के लिए छात्रावास की स्थापना किये है जँहा गरीब से गरीब बच्चा पढ़ाई से दूर ना हो सके । सभी को शिक्षा मिले सके । गरीबी का सामना कर रहे परिवार जहां दिन भर काम कर अपने दो वक्त का खाना व्यवस्था कर पाते हैं । ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों को गरीबी का सामना ना करना पड़े और वो शिक्षित भी हो सके इसलिए शासकीय छात्रावासों में भेजते हैं । जहां शिक्षा के साथ-साथ सरकार द्वारा दिए गए स्कूल ड्रेस , जूता , कंबल और दो वक्त के खाना के साथ शिक्षा भी ले सके । लेकिन सरकार द्वारा छात्रावास में 5 महीने से चावल नहीं मिलने से स्थिति अब बद से बदतर हो रही है ऐसा नहीं है कि छात्रावास के अधीक्षकों ने इस बात की जानकारी आला अधिकारियों को दी है लेकिन उन्हें यह आश्वासन देकर कि जल्द ही पोर्टल ठीक करा लिया जाएगा । आप अभी अन्य छात्रावासों और राशन दुकान में बचा हुआ बीपीएल कार्ड राशन लेकर छात्रावास में बच्चों की खाने की व्यवस्था करे लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी राज्य शासन द्वारा पोर्टल ठीक नहीं किया गया जिसे चावल नही आ पा रहा है ।अब दूसरे छात्रावास में भी अतिरिक्त चावल खत्म हो रहा है ।


Conclusion:अगर जल्दी पोर्टल ठीक नहीं किया गया तो छात्रावासों की स्थिति बद से बदतर होने लगी है क्योंकि दूसरे छात्रावास में भी अतिरिक्त चावल अब खत्म होने लगा है । बाइट - अशोक मंडल (अधीक्षिक, शा.आदिवासी बालक आश्रम) पी 2 सी
Last Updated : Dec 13, 2019, 4:33 PM IST
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