कोरिया: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना हमर गांव हमर गौठान का बुरा हाल है. इलाके में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी गौठान योजना को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. जिले में इस योजना की स्थिति दयनीय है. एक साल बीतने के बावजूद कई पंचायत क्षेत्रों में बनाए गए गौठानों में मवेशियां नजर नहीं आती है. जिसका एक कारण गौठानों का अधुरा निर्माण और मवेशियों के लिए आवश्यक सुविधाओं का उपलब्ध नहीं होना भी शामिल है.
कई गौठानों में शेड के साथ चारा-पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. यहीं कारण है कि योजना में लाखों रुपये गौठानों में खर्च किए जाने के बाद भी गांव के मवेशी जंगल में चरने जाते हैं. अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही गौठान दम तोड़ रही है. जानकारी के अनुसार सोनहत जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिंघोर में गौठान का निर्माण कार्य 16 दिसंबर 2019 को शुरू किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है.
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मुख्यमंत्री को नहीं दिखाया गया यह गौठान
11 दिसंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सोनहत जनपद क्षेत्र के ग्राम घुघरा स्थित गोठान का निरीक्षण कराया गया था. इसके लिए गौठान का कार्य पूरा कर लिया गया था. इस मार्ग पर अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है. जिस कारण गौठान अच्छा है. यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए घुघरा गौठान का चयन किया गया था. यदि मुख्यमंत्री के निरिक्षण के लिए सिंघोर गौठान का चयन होता तो इस गौठान का भी निर्माण पूरा कर लिया जाता.