कोरिया: भरतपुर जनपद पंचायत के कुदरा ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की बड़ी लापरवाही सामने आई है. रोजगार सहायक ने मसौरा गांव में मनरेगा कार्य में तकरीबन 79,800 रुपये का फर्जीवाड़ा किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक ने बिना कार्य के ही मनरेगा योजना के तहत 79,800 रुपये का निकाल लिए. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि हितग्राही के साथ मिलीभगत कर सरकार को चूना लगाने का काम किया गया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि रोजगार सहायक अरुण यादव ने हितग्राही राजू यादव से मिलीभगत कर बिना काम कराए हजारों रुपये निकाल लिए. हितग्राही के परिवार के नाम पर मस्टर रोल जनरेट कराया गया. इसके बाद फर्जी हाजिरी के जरिए 79,800 रुपये आहरण कर आपस में बंदरबांट कर लिया गया. अब हितग्राही का भाई लोकनाथ यादव ने अनुविभागीय अधिकारी को लिखित शिकायत पत्र देकर फर्जीवाड़ा का खुलासा किया है.
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रोजगार सहायक की मिलीभगत से गबन
लोकनाथ यादव ने बताया कि मसौरा निवासी राजू यादव के नाम पर भूमि समतलीकरण और मेढ़बंदी कार्य के लिए 1 लाख 29 हजार रुपये स्वीकृत हुए थे. इस स्वीकृत राशि को रोजगार सहायक अरुण कुमार यादव ने हितग्राही राजू यादव के साथ मिलीभगत कर गायब कर दिया. ऐसा आरोप गांव वाले लगा रहे हैं. रोजगार सहायक ने बिना कार्य कराए ही अपने माता-पिता, भाई-भाभी, बहन, पत्नी और बच्चों के नाम मस्टर रोल में डाले और फर्जी हाजिरी भर दिया.
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फर्जी हाजिरी भरकर हजारों रुपये का गबन
शिकायतकर्ता के मुताबिक हितग्राही राजू यादव और ग्राम रोजगार सहायक अरुण कुमार यादव ने मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी भरकर राशि निकालकर आपस मे बांट लिया. सरपंच फूलचंद बैगा ने रोजगार सहायक की करतूत अनुविभागीय अधिकारी को लिखित में दी. इसके बाद जांच में हितग्राही और रोजगार सहायक के द्वारा 79 हजार 800 रुपये का फर्जीवाड़ा करने की पुष्टि हुई है. जिला पंचायत से आदेश आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.