कोरिया: कटघोरा वनमंडल से 42 हाथियों का दल जिला मुख्यालय से लगे गांव में पहुंच गया है. रात में हाथियों का दल कोटेया बीट के अन्तर्गत ग्राम काशाबहरा में विचरण कर रहा था. हाथियों ने धान, कोदो और तिल की फसल को नुकसान पहुंचाया है.फिलहाल अभी हाथियों का दल केंदई रेंज के बीट छिंदिया अंतर्गत जंगलों में विश्राम कर रहा हैं. elephants reached Korea
कोरिया पहुंचा हाथियों का दल: ग्रामीणों ने बताया "पिछली बार कांदाबाड़ी में हाथी हफ्तेभर से अधिक समय तक रुके थे. कई बार तो हाथी महीने भर यहीं डेरा जमाए रहते हैं. गांव से लगे जंगल में हाथी चिंघाड़ रहे हैं. इससे आसपास के ग्रामीण दहशत में हैं.
महुआ शराब की खुशबू से पहुंच रहे हाथी: वनविभाग के अफसरों ने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए कहा है कि कुछ दिनों तक वे महुआ शराब न बनाएं. महुए की खुशबू से हाथी गांव में पहुंचकर कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. रात में लोग घरों से बाहर न निकले इसलिए मुनादी कराकर सभी को जानकारी दे दी गई है. हाथियों के दल ने कोई जनहानि अभी तक नहीं की है लेकिन उन्होंने खेतों में लगी फसल को जमकर नुकसान पहुंचाया है."
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धान की फसल बर्बाद कर रहे हाथी: हाथी की गर्जना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. इतनी बड़ी संख्या में हाथी दल की आमद के बाद से किसान दहशत में है क्योंकि धान की फसल अब खेतों में तैयार हो रही है. पहले ही कमजोर बारिश से धान कम है. अब हाथियों से धान की सुरक्षा करने में परेशानी हो रही है.
हाथियों की निगरानी में वन विभाग: जिला मुख्यालय के नजदीक हाथियों का मूवमेंट बढ़ने से लोग चिंता में हैं. वन परिक्षेत्राधिकारी खड़गवां और पूरा वन अमला रात में सकड़ा सर्किल, पोंडी के कर्मचारियों के साथ हाथी की सतत निगरानी कर रहा है. आसपास के गांवों में ग्रामीणों को हाथी के नजदीक न जाने और जंगल ना जाने की समझाइश दी जा रही है.