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जॉब कार्ड के नाम पर धांधली, भगवानपुर पहुंची जांच टीम

भरतपुर की रोजगार सहायक पर जॉब कार्ड के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है. फिलहाल टीम जांच में जुटी है.

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Published : Nov 24, 2020, 5:08 PM IST

Updated : Nov 24, 2020, 6:36 PM IST

Corruption in job card in Bharatpur
कोरिया

कोरिया: भरतपुर के भगवानपुर में जॉब कार्ड में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है. रोजगार सहायक ललिता सिंह पर जॉब कार्ड में धांधली का आरोप लगा है. जिसकी शिकायत कई बार कोरिया कलेक्टर से की गई थी. शिकायत पर जांच टीम भगवानपुर पहुंच कर पीड़ितों का बयान दर्ज कर रही है. फिलहाल टीम कार्रवाई में जुटी है.

रोजगार सहायक पर आरोप है कि कई सालों से फर्जी मजदूरों का एक पैनल चलाया जा रहा है. मनरेगा के हर काम में अपने बनाए गए पैनल के मजदूरों की ही हाजिरी लगाई जाती है. इन मजदूरों का नाम जिस मस्टररोल में होता है उस मस्टररोल का फोटो कॉपी मेट को दिया जाता है. मनरेगा में सत्यापित मास्टर रोल को रोजगार सहायक की ओर से घर पर ही भरा जाता है.

पढ़ें : नक्सलियों से लड़ने के लिए जिस राइफल को खरीदा था, वही नक्सलियों के पास से मिली

पैसा आहरण का आरोप

कथित मजदूरों में पहला मजदूर परमजीत है, जो रोजगार सहायक भगवानपुर का पति है. रोजगार सहायक की लड़की के नाम से भी लगभग हर काम में फर्जी हाजिरी भरा जाता है, जो कि नाबालिग होने के साथ-साथ एक विद्यार्थी भी है. इनका भी जॉब कार्ड जनरेट किया गया है. रोजगार सहायक खुद अपने नाम से अपने ज्वाइनिंग समय से लेकर (2008 से 2019 तक) समस्त कार्यों में मस्टररोल जनरेट कर पैसा आहरण करती आई है. पहले ललिता सिंह के नाम जॉब कार्ड था, कुछ वर्षों बाद इसे लता सिंह के नाम कर दिया गया.

फर्जी हाजिरी

रोजगार सहायक भगवानपुर ललिता सिंह के सास, ससुर, सुखवन्ती, प्रेमचंद्र सिंह का भी लगातार हर कार्य में हाजिरी भरा जाता रहा है. रोजगार सहायक ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम से भी फर्जी तरीके से पैसे का गबन किया गया. इसके अलावा रोजगार सहायक ने अपने पड़ोसियों कमलेश, समर बहादुर, नारायण आदि के नाम पर डबरी, तालाब, गैबियन वाल, रोड निर्माण और समतलीकरण जैसे आदि कामों में फर्जी हाजिरी भरा जाता है.

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आवेदन पत्र की कॉपी
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जॉब कार्ड

कोरिया: भरतपुर के भगवानपुर में जॉब कार्ड में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है. रोजगार सहायक ललिता सिंह पर जॉब कार्ड में धांधली का आरोप लगा है. जिसकी शिकायत कई बार कोरिया कलेक्टर से की गई थी. शिकायत पर जांच टीम भगवानपुर पहुंच कर पीड़ितों का बयान दर्ज कर रही है. फिलहाल टीम कार्रवाई में जुटी है.

रोजगार सहायक पर आरोप है कि कई सालों से फर्जी मजदूरों का एक पैनल चलाया जा रहा है. मनरेगा के हर काम में अपने बनाए गए पैनल के मजदूरों की ही हाजिरी लगाई जाती है. इन मजदूरों का नाम जिस मस्टररोल में होता है उस मस्टररोल का फोटो कॉपी मेट को दिया जाता है. मनरेगा में सत्यापित मास्टर रोल को रोजगार सहायक की ओर से घर पर ही भरा जाता है.

पढ़ें : नक्सलियों से लड़ने के लिए जिस राइफल को खरीदा था, वही नक्सलियों के पास से मिली

पैसा आहरण का आरोप

कथित मजदूरों में पहला मजदूर परमजीत है, जो रोजगार सहायक भगवानपुर का पति है. रोजगार सहायक की लड़की के नाम से भी लगभग हर काम में फर्जी हाजिरी भरा जाता है, जो कि नाबालिग होने के साथ-साथ एक विद्यार्थी भी है. इनका भी जॉब कार्ड जनरेट किया गया है. रोजगार सहायक खुद अपने नाम से अपने ज्वाइनिंग समय से लेकर (2008 से 2019 तक) समस्त कार्यों में मस्टररोल जनरेट कर पैसा आहरण करती आई है. पहले ललिता सिंह के नाम जॉब कार्ड था, कुछ वर्षों बाद इसे लता सिंह के नाम कर दिया गया.

फर्जी हाजिरी

रोजगार सहायक भगवानपुर ललिता सिंह के सास, ससुर, सुखवन्ती, प्रेमचंद्र सिंह का भी लगातार हर कार्य में हाजिरी भरा जाता रहा है. रोजगार सहायक ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम से भी फर्जी तरीके से पैसे का गबन किया गया. इसके अलावा रोजगार सहायक ने अपने पड़ोसियों कमलेश, समर बहादुर, नारायण आदि के नाम पर डबरी, तालाब, गैबियन वाल, रोड निर्माण और समतलीकरण जैसे आदि कामों में फर्जी हाजिरी भरा जाता है.

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आवेदन पत्र की कॉपी
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जॉब कार्ड
Last Updated : Nov 24, 2020, 6:36 PM IST
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