कोरिया : जिले के इकलौते नगर निगम चिरमिरी में आखिरकार कांग्रेस ने बाजी मार ली है. यहां से कांग्रेस की कंचन जायसवाल महापौर और गायत्री बिरहा सभापति निर्वाचित हुई हैं. भारतीय जनता पार्टी के महापौर चुनाव में प्रत्याशी न उतारे जाने की वजह से कांग्रेस के महापौर और सभापति दोनों निर्विरोध चुने गए. मेयर कंचन जायसवाल ने चिरमिरी की जनता और अपने पति, विधायक विनय जायसवाल का आभार जताया है.
नगरीय निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद ही मेयर पद को लेकर काफी घमासान मचा हुआ था. लेकिन कही न कही बीजेपी को चिरमिरी नगर पालिका निगम में भाजपा पार्षदों की क्रॉस वोटिंग का डर भी सता रहा था. जिसे देखते हुए भाजपा ने चिरमिरी में अपना प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया.
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जिसकी वजह से कांग्रेस निर्विरोध तरीके से अपना मेयर बनाने में सफल रही. बता दें कि 40 सीट वाली नगर निगम चिरमिरी में कांग्रेस के 24 पार्षद जीत कर आए थे. बाद में एक निर्दलीय पार्षद के कांग्रेस में शामिल होने से पार्षदों की संख्या 25 हो गई थी. जिसके बाद से कांग्रेस का ही मेयर बनना तय माना जा रहा था.
इनकी थी दावेदारी
कांग्रेस में मेयर पद के लिए विधायक विनय जायसवाल की पत्नी कंचन जायसवाल के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बबीता सिंह की दावेदारी थी. लेकिन दावेदारी में विधायक विनय जायसवाल की पत्नी आखिरकार भारी पड़ी. पीसीसी से भेजे गए पर्यवेक्षक पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन ने शपथ ग्रहण के बाद मेयर के लिए कंचन जायसवाल और सभापति के लिए गायत्री बिरहा के नाम का एलान किया.
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'सभी मिलकर चिरमिरी का विकास करेंगे'
परिणाम की घोषणा होते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी उन्होंने जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया. इस दौरान नवनिर्वाचित मेयर ने कहा कि 'सभी के सहयोग से हमें यह विजय हासिल हुई है. हम सभी मिलकर चिरमिरी का विकास करेंगे'.
'कांग्रेस की सरकार और अब मेयर भी'
वहीं विधायक विनय जायसवाल ने कहा कि 'इस जीत का श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को जाता है. अब चिरमिरी में तेजी से विकास होगा. क्योंकि यहां कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस का मेयर भी है'.