कोरिया : छत्तीसगढ़ के पूर्व भाजपा विधायक और पूर्व श्रम एवं खेल मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने बैकुंठपुर की कांग्रेस महिला विधायक अंबिका सिंहदेव के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है. उन्होंने विधायक अंबिका सिंहदेव के खिलाफ अपशब्द और गाली का इस्तेमाल किया.जिसके बाद अब मामले में तूल पकड़ लिया है.भैयालाल राजवाड़े के बयान को लेकर कांग्रेस विधायक के समर्थकों में आक्रोश है. विधायक समर्थकों ने भैयालाल राजवाड़े के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. जिसे लेकर गुरुवार रात को संसदीय सचिव और विधायक अंबिका सिंहदेव के समर्थक सिटी कोतवाली थाना पहुंचे थे.
कोतवाली थाने में शिकायत : विधायक के समर्थकों ने भैयालाल राजवाड़े के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.सबूत के तौर पर पेन ड्राइव में अमर्यादित टिप्पणी का वीडियो फुटेज भी सौंपा है. बुधवार को भैयालाल राजवाड़े ने भाजपा नेताओं, सरपंच, नगरीय निकाय नेताओं और ठेकेदारों के साथ बैकुंठपुर स्थित जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव किया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जनपद पंचायत सीईओ विनय कश्यप को हटाए जाने की मांग की. इस दौरान भैयालाल राजवाड़े ने कहा था कि सीईओ ने जरूरी फाइलों को लटकाकर विकासकार्यों को रोक रखा है. विनय कश्यप को नहीं हटाने पर भाजपाईयों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
कब दिया था बयान : ठेकेदारों का समर्थन करने वाले स्थानीय नेताओं ने बताया कि जिला प्रशासन से सीईओ को हटाने और लंबित फाइलों का निपटारा करने का आश्वासन दिया है. लेकिन जनपद पंचायत सीईओ विनय कश्यप का ट्रांसफर नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. वहीं इसी दौरान पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े की जुबान फिसल गई. उन्होंने अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए विधायक अंबिका सिंहदेव पर टिप्पणी की. राजवाड़े ने कहा कि विधायक सिर्फ चेहरा दिखाने के लिए हैं क्या. मैं बोलता नहीं हूं, लेकिन मजबूरी में बोलना पड़ता है. अगर मैं रहता तो बताता.''
ये भी पढ़ें- जनपद पंचायत सीईओ को हटाने के लिए हल्लाबोल
पूर्व मंत्री ने दी सफाई : भैयालाल राजवाड़े ने इस मामले में सफाई दी है. उन्होंने कहा कि ''जनपद बचाओ-सीईओ हटाओ अभियान के दौरान “मैंने कहा था कि खाली चेहरा दिखाने के लिए विधायक बने हो मैंने किसी भी प्रकार का कोई अपशब्द का प्रयोग नहीं किया था.” सोशल मीडिया में मेरे बयान को फास्ट कर तोड़ मरोड़ कर दिखाया जा रहा है. हाल ही में जिला पंचायत के उपचुनाव क्रमांक 6 के चुनाव में कांग्रेस की बुरी पराजय और तीसरे स्थान में जाने की वजह से कांग्रेसी बुरी तरह खिसिया गए हैं. उनकी स्थिति खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे जैसी हो गई है और अब वह हार को पचा नहीं पा रहे हैं और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मेरे बयान का मुद्दा बना रहे हैं. यह दुर्भाग्य है.''