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Chitra navratri 2023: चनवारीडाड के महामाया मंदिर की महिमा - Mahamaya Temple Chanwaridad

चैत्र नवरात्रि में माता के मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. खड़गवां के चनवारीडाड में प्राचीन मां महामाया मंदिर में भी ज्योति कलश प्रज्जवलित करने के लिए श्रद्धालु आ रहे हैं. खास बात यह है कि इस बार विदेशों से भी ज्योति कलश के लिए पर्ची काटी गई है.

Chitra navratri 2023
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Published : Mar 23, 2023, 7:16 PM IST

एमसीबी महामाया मंदिर

एमसीबी: एमसीबी जिले के शक्तिपीठों में चैत्र नवरात्रि के कारण भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. नवरात्र में भक्त मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करा रहे हैं. मां महामाया मंदिर में ये मान्यता है कि जो श्रद्धालु सच्चे मन से मां से कुछ भी मांगते हैं, मां उनकी मुरादें पूरी करती है. छत्तीसगढ़ ही नहीं दूसरे राज्यों से भी मनोकामना ज्योति कलश के लिए पर्ची कटी है.

दूरदराज से आते हैं भक्त: मंदिर दर्शन के लिए आई श्रद्धालु महिला ने बताया कि इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग दूरदराज से आते हैं. मां महामाया सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं. भक्त मंदिर में ज्योति कलश दीप प्रज्ज्वलित करते हैं.

यह भी पढ़ें: चैत्र नवरात्रि 2023: कांकेर की माता सिंहवाहिनी का दरबार, यहां पूरी होती है हर मुराद !

ऐसे हुआ भव्य मंदिर का निर्माण: एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि यह चनवारीडाड महामाया मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर है. पहले यहां तीन चार पत्थरों की मूर्ति थी. फिर छोटा मंदिर बनाया गया. बाद में माता रानी की कृपा से इस भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है.

विदेशों से भी काटी गई ज्योति कलश की पर्ची: मंदिर के अध्यक्ष आर बी श्रीवास्तव ने बताया "चनवारीडाड प्राचीन मंदिर है. यहां लोग मनोकामना ज्योति कलश जलाकर अपनी मनोकामना पूरी करते हैं. वर्तमान में इस मंदिर में 2100 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हुए हैं. इस बार देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी ज्योति कलश के लिए पर्ची काटी गई है.''

चनवारीडाड महामाया मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ उमड़ती है. नवरात्रा में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. अकेले चैत्र नवरात्रा के 9 दिन में ही चनवारीडा महामाया मंदिर में करीब तीन से चार लाख श्रद्धालु माता रानी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

एमसीबी महामाया मंदिर

एमसीबी: एमसीबी जिले के शक्तिपीठों में चैत्र नवरात्रि के कारण भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. नवरात्र में भक्त मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित करा रहे हैं. मां महामाया मंदिर में ये मान्यता है कि जो श्रद्धालु सच्चे मन से मां से कुछ भी मांगते हैं, मां उनकी मुरादें पूरी करती है. छत्तीसगढ़ ही नहीं दूसरे राज्यों से भी मनोकामना ज्योति कलश के लिए पर्ची कटी है.

दूरदराज से आते हैं भक्त: मंदिर दर्शन के लिए आई श्रद्धालु महिला ने बताया कि इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग दूरदराज से आते हैं. मां महामाया सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं. भक्त मंदिर में ज्योति कलश दीप प्रज्ज्वलित करते हैं.

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ऐसे हुआ भव्य मंदिर का निर्माण: एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि यह चनवारीडाड महामाया मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर है. पहले यहां तीन चार पत्थरों की मूर्ति थी. फिर छोटा मंदिर बनाया गया. बाद में माता रानी की कृपा से इस भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है.

विदेशों से भी काटी गई ज्योति कलश की पर्ची: मंदिर के अध्यक्ष आर बी श्रीवास्तव ने बताया "चनवारीडाड प्राचीन मंदिर है. यहां लोग मनोकामना ज्योति कलश जलाकर अपनी मनोकामना पूरी करते हैं. वर्तमान में इस मंदिर में 2100 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हुए हैं. इस बार देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी ज्योति कलश के लिए पर्ची काटी गई है.''

चनवारीडाड महामाया मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ उमड़ती है. नवरात्रा में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. अकेले चैत्र नवरात्रा के 9 दिन में ही चनवारीडा महामाया मंदिर में करीब तीन से चार लाख श्रद्धालु माता रानी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

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