कोरिया: सोनहत ब्लॉक के कैलाशपुर के रहने वाले राजेंद्र पर आठ फरवरी को पांच ग्रामीणों को घायल करने का मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में परिजनों का कहना था कि राजेंद्र दिमागी रूप से कमजोर है. अब सवाल ये उठता है कि दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति पर मामला कैसे दर्ज किया गया.
पुलिस ने राजेंद्र के खिलाफ किया मामला दर्ज
मामला आठ फरवरी की सुबह 6 बजे का है. राजेंद्र सिंह पर आरोप लगाया गया है कि पहले तो उसने अपनी भाभी के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. इसके बाद उससे मारपीट करने लगा. पड़ोसी ने आवाज सुनकर बीच-बचाव करने की कोशिश की तो युवक ने उनके साथ भी मारपीट की. इस घटना में पांच लोग घायल हुए हैं. पुलिस मारपीट का मामला दर्ज कर राजेंद्र को पुलिस थाने लेकर गई थी.
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आर्थिक तंगी के कारण नहीं हो पा रहा राजेंद्र का इलाज
इस पूरे मामले में राजेंद्र के परिजनों का कहना है कि वो दिमागी रूप से कमजोर है. परिवारवाले आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करा पा रहे हैं. परिवार के मुताबिक, राजेंद्र ऐसा पहले भी कर चुका है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि दिमागी रूप से कमजोर राजेंद्र पर पुलिस ने कैसे मामला दर्ज कर लिया. जबकि कानून यह कहता है कि मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के ऊपर मामला दर्ज नहीं हो सकता है.
वहीं घटना के कुछ दिन बाद ही एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में ग्रामीण मानसिक रूप से कमजोर राजेंद्र को बंधक बनाकर उसकी पिटाई कर रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि वीडियो वायरल होने के बाद भी राजेंद्र के पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है. इस घटना में राजेन्द्र घायल हो गया है.