कोरिया: छत्तीसगढ़ के कोरिया (Koriya) जिले में बेरोजगार युवकों (Unemployed youth) को रोजगार के नाम पर ठगने वाला आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है. दरअसल,नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाला आरोपी (Accused of cheating in the name of getting a job) साल 2019 से ही फरार था, आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बताया जा रहा है कि कोरिया पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह (Korea Superintendent of Police Santosh Kumar Singh) द्वारा सख्त निर्देश जिले (Strict instructions district) के सभी थाना चौकी प्रभारियों (Police station in-charge) को लगातार दिए जा रहे है.
वहीं, कोरिया जिले के विभिन्न थानों में वर्षों से फरार अपराधियों को दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश से पकड़कर गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया जा रहा है. थाना झगराखाड़ के रेलवे में टिकट कलेक्टर और सुपरवाइजर ग्रुप डी के पद पर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर आरोपियों के द्वारा खोंगापानी थाना झगराखण्ड क्षेत्र के बेरोजगार नवयुवकों एवं युवतियों को आरोपी अभिनीत यादव निवासी उत्तरप्रदेश और थाना झगराखण्ड के मो बारिक, प्रकरण का फरार आरोपी अब्दुल रहमान ने धोखाधड़ी की.
कईयों से हड़पे लाखों रुपये
जिसमें सिराजुद्दीन अंसारी से 10 लाख रुपए, रश्मिता महापात्रा से सात लाख तीस हजार, निकहत परवीन से दस लाख रुपऐ और चंदा निषाद से नौ लाख रुपऐ हड़प कर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र देने पर धारा 420, 467, 468, 34 भादवि का मामला 2019 से विवेचना में लंबित रहा है.
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आरोपियों ने नौकरी लगवाने के नाम पर की ठगी
इस प्रकरण में दो आरोपी अभिनीत यादव निवासी कुंडा प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) एवं मो बारीक निवासी झगराखाड़ 2019 में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे और मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान स्थानीय बेरोजगार युवक-युवतियों को रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर अपने साथियों के साथ मिलकर मदनेद्रगढ़ स्थित अपने एक्सिस बैंक एवं केनरा बैंक के खातों में पैसे ट्रांजैक्शन करा कर फर्जी रेलवे के असिस्टेंट जनरल मैनेजर उत्तर नई दिल्ली के हस्ताक्षर से टिकट कलेक्टर टीसी एवं सुपरवाइजर ग्रुप डी के नियुक्ति आदेश देकर धोखाधड़ी करने के बाद से फरार चल रहा था.
साइबर सेल की मदद से पकड़ा गया आरोपी
जिसके बाद फरार अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक टीम बना साइबर सेल की मदद से आरोपी की प्राप्त मोबाइल नंबर के लोकेशन के आधार पर रत्नागिरी (महाराष्ट्र) में तलाश शुरू की, जिसके बाद गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना की गई. यह पुलिस टीम महाराष्ट्र रत्नागिरी जाकर फरार आरोपी को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर थाना झागराखण्ड लाया गया. पकड़े गए फरार आरोपी से मामले के बारे में एसडीओपी मनेन्द्रगढ़ राकेश कुर्रे और थाना प्रभारी प्रद्युमन तिवारी के द्वारा गहन पूछताछ की गई.
मुख्य आरोपी को भेजा गया जेल
अधिक पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि अपने साथी अभिनीता यादव, रिश्तेदार मो बारीक के साथ मिलकर इन पैसों को बराबर बांट लिया गया था. फिलहाल गिरफ्तार मुख्य आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया. न्यायालय के द्वारा जेल वारंट जारी करने पर उसे उपजेल मनेंद्रगढ़ भेज दिया गया.