एमसीबी : भरतपुर विकासखंड अंतर्गत जनकपुर के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के शाखा प्रबंधक पर किसानों के साथ गाली गलौज करने के साथ कमीशन मांगने का आरोप लगा है.धान बेचने के बाद किसानों का पैसा सहकारी बैंक में आया है.लेकिन जब किसान अपने पैसों को निकालने के लिए बैंक पहुंचे तो उन्हें कई बार चक्कर लगाने पड़े.यहीं नहीं किसानों के मुताबिक वो अपना पैसा पाने के लिए बैंक कर्मचारी से लेकर मैनेजर तक को कमीशन देते हैं.जिन लोगों ने बैंक मैनेजर को कमीशन नहीं दिया उन किसानों को अब तक पैसा नहीं मिला है.
जानिए क्या है ग्राहकों का कहना : इस पूरे मामले में जगदीश बैगा का कहना है कि '' मैं अपने बैंक के खाता को सुधरवाने के लिए कई बार आवेदन दे चुका हूं. इसके बावजूद मुझे परेशान किया जा रहा है. किसान का पैसा एक ऐसे व्यक्ति के खाते में जा रहा है जो जीवित ही नहीं है.इसी के सुधार के लिए आधार और खाता उपलब्ध कराने के लिए किसान बैंक के चक्कर काट रहा है.
वहीं किसान राकेश सोनी ने अपनी परेशानी को बताते हुए कहा कि '' मैं आज जिला सहकारी केंद्रीय बैंक जनकपुर में आया हूं. मेरा एटीएम कार्ड एक्सपायर हो जाने के कारण मुझे पैसा निकालने में परेशानी हो रही है. इस वजह से मैं नया एटीएम कार्ड के लिए अप्लाई कर दिया था. उसके बावजूद बैंक प्रबंधक ने मेरे साथ गाली गलौज बदसलूकी की. यह भी कहा गया कि आपने यह कोई भी दस्तावेज नया एटीएम कार्ड के लिए जमा नहीं किया था. ''
सुखलाल सिंह मरावी सहकारिता और उद्योग समिति सभापति का कहना है कि '' मेरा ट्रैवल प्रेमलाल सिंह के द्वारा भरा जा रहा था जिसमेंं कुछ गलतियां हो गई थीं. उस वजह से मुझे ट्रैवल दूसरा भरने को कहा गया. जिसके लिए बैंक के कर्मचारी के द्वारा कमीशन के रूप में गुटखा मांगा गया.उसके बाद ही दूसरा ट्रैवल भरने के लिए दिया गया. इतना ही नहीं अगर मुझे तत्काल में पैशन बैंक से निकालना है तो उसके लिए मुझे बैंक कर्मचारी को कमीशन देना होता है.
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नहीं हुई बैंक मैनेजर पर कार्रवाई : कुछ किसानों के द्वारा मीडिया के माध्यम से यहां के कारनामों को उजागर किया था. फिर भी अधिकारियों ने अभी तक बैंक मैनेजर के ऊपर किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की है.जिसका फायदा उठाकर बैंक मैनेजर किसानों पर अत्याचार कर रहा है. किसान परेशान हैं लेकिन बैंक मैनेजर और यहां के कर्मचारी उन्हें लूटने में व्यस्त हैं.जनकपुर के किसान अपनी सहूलियत के लिए खुद का पैसा निकालने के लिए बैंक मैनेजर को कमीशन दे रहे हैं. साथ ही साथ दूसरे ग्राहक भी मैनेजर की दबंगई से परेशान हैं.