कोरिया: भरतपुर के सीतामढ़ी स्थित मवई नदी में रेत ठेकेदार और ग्रामीणों के बीच टकराव के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया है. प्रशासन की ओर से पटवारी और आरआई मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने लीज एरिया को दोबारा नापा है. इस दौरान यह बात सामने आई है कि रेत ठेकेदार ने लीज एरिया से ज्यादा रेत खनन कर दिया है. अब स्थानीय प्रशासन खनन विभाग को कार्रवाई के लिए सूचना दे रहा है.
पिछले दिनों रेत खनन करने वाले ठेकेदार के कर्मचारियों से स्थानीय लोगों का टकराव हुआ था. स्थानीय प्रशासन को भी विरोध झेलना पड़ रहा था. ऐसे में प्रशासन की ओर से आरआई और पटवारी ने मवई नदी खनन क्षेत्र पर पहुंचे, जहां लीज पर दिए गए खनन क्षेत्र को दोबारा नापा गया. जांच में पाया गया कि 350 मीटर लीज से ज्यादा लंबाई और 3.5 मीटर गहराई से अवैध रेत निकाला गया है. जिसका पंचनामा भी बनाकर खनन विभाग को कार्रवाई के लिए सौंप दिया गया था. लेकिन रिपोर्ट मिलने के बावजूद विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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रतनजोत के पौधे भी काटे
रेत ठेकेदार ने रेत निकालने के लिए नदी में सड़क बनाने के लिए कई एकड़ में लगे रतनजोत के पौधों को काट दिया. बता दें रेत ठेकेदार ने जो रतनजोत के पौधे कटवाए गए हैं उनकी गिनती भी की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक 750 रतनजोत के पेड़ काटे गए हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से भी कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि जो रतनजोत के पौधों को काटे गए हैं, उन पौधों को बिछाकर हाईवा के आने-जाने के लिए रास्ता बनाया गया था.