कोरबा: प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर मालवाहक वाहन के ड्राइवर मोटी ने रकम लेकर अन्य प्रदेशों से मजदूरों को जिले की सीमा के अंदर पहुंचा रहे हैं. इसका खुलासा तब हुआ, जब मंगलवार की सुबह दीपका में कोयले का परिवहन करने वाले 1 ट्रक से लगभग 30 मजदूर बाहर निकलते हुए कैमरे में कैद हो गए.
एक ओर जहां कलेक्टर ने 24 घंटे पहले ही खदान में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर 24 घंटे निगरानी रखने की हिदायत दी थी. वहीं अगले ही दिन दीपका में 26 और हरदी बाजार में 11 मजदूरों को बीच सड़क पर ट्रक चालक ने अपने वाहन से उतारा. ट्रक चालक ने यह बताया कि उसने इन मजदूरों को रायपुर से कोरबा पहुंचाया है.
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मजदूरों के लिए कि गई खाने-पीने की व्यवस्था
इन सब में अच्छी बात है रही कि, कुछ देर में सूचना मिली कि यह मजदूर दीपका के ICICI बैंक के एटीएम के पास बैठे हैं. जिसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. वहीं भीड़ की सूचना मिलते ही वार्ड पार्षद भी पहुंच गए. जब उन्होंने मजदूरों से पूछा कि आप सब कहां से आ रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वे रायपुर के गोदावरी इंडस्ट्री में काम करते हैं. सभी अपने गृह ग्राम गया, बिहार जाना चाहते हैं. उनकी स्थिति को देखते हुए वार्ड पार्षद और कुछ समाजसेवी लोग उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था की. इसके साथ ही दीपका तहसीलदार शशि भूषण ने बताया कि मजदूरों के लिए झगरहा स्थित क्वारंटाइन सेंटर से भेजा रहा है.
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कोरबा में बढ़ सकता है संक्रमण
बता दें कि यह कोरोना संक्रमण को सीधा-सीधा निमंत्रण देने जैसा है. मालवाहक वाहन में मजदूर कई चेकपोस्ट से गुजरे होंगे, लेकिन आश्चर्य वाली बात यह भी है कि कहीं भी इन्हें ना तो रोका गया, न ही मालवाहक वाहन की निगरानी की गई. इस लापरवाही के कारण मजदूर रिहायशी क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. कुछ दिन पहले ही कोरबा जिला रेड से ऑरेंज जोन में शामिल हुआ है.