ऊर्जानगरी कहलाने वाले कोरबा शहर में सिर्फ पीने के पानी की ही समस्या नहीं है, बल्कि यहां होने वाली बिजली कटौती रहवासियों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है. आलम यह है कि, दूसरे जिलों में बिजली और पानी की आपूर्ति करने वाला कोरबा जिला अपने ही लोगों को ना सही ढंग से पानी दे पा रहा है, और न बिजली की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है.
पोखरी खदान का पानी हो रहा सप्लाई
दरअसल, कई साल पहले पोखरी खदान से कोयला निकाल लेने के बाद SECL ने इसमें पानी भर दिया था. लोगों के लिए पानी की व्यवस्था के विचार से इस पानी को SECL कॉलोनी वासियों को सप्लाई किया जाने लगा. लेकिन कॉलोनी में रहने वाले लोग अब इसे पीना नहीं चाहते हैं. इसका प्रमुख कारण पानी का कालापन, गंदगी के साथ-साथ इसमें कीड़ों का मिलना है,.
शिकायत के बाद भी नहीं सुलझी समस्या
लोगों का कहना है कि, 'पिछले 10 साल में वो कई बार इसकी शिकायत कंपनी के अफसरों से कर चुके हैं, लेकिन कई बार शिकायत करने और धरना देने के बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है'.
खरीद कर पीना पड़ता है पानी
लोग बताते हैं कि, घर के बाहर उन्हें पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है. कहीं पानी खरीद कर काम चलाना पड़ता है, तो कहीं नगर निगम की महरबानी से पानी की कमी पूरी होती है. अब देखना यह होगा कि, क्या SECL प्रबंधन इस और ध्यान देते हुए लोगों की समस्या दूर करेगा या फिर, यूं ही आंखे मूंदे रहेगा.