कोरबा: राजधानी रायपुर में पीलिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अब कोरबा में भी इसकी रोकथाम की तैयारी शुरू की जा रही है. बढ़ती गर्मी के दौरान पीलिया के संक्रमण की संभावना को लेकर जिला प्रशासन ने पानी की जांच का फैसला लिया है. इसके तहत जिले के सभी जल स्रोतों के पानी की जांच की जाएगी.
कलेक्टर किरण कौशल ने जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के सभी पीने के पानी के स्रोतों की जांच करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को दिए हैं. कलेक्टर ने हैंडपंप, नलजल योजना या नगरीय निकायों के जलशोधन संयंत्रों के पानी को लगातार जांच कराने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी को चेक करने के लिए पर्याप्त मात्रा में फील्ड टेस्ट किट का इंतजाम करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं.
पाइपलाइनों की सघन जांच के निर्देश
कलेक्टर ने जिले की नगरीय निकायों में जल प्रदाय सिस्टम की गहराई से जांच करने को भी कहा है. साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगरीय क्षेत्रों में पीने के पानी की सप्लाई वाली पाइपलाइनों की सघन जांच की जाए. वहीं टूटी-फूटी पाइप लाइनों को तत्काल बदलने का भी निर्देश दिया गया है.
कलेक्टर ने जारी किए निर्देश
कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़ी नलजल योजनाओं की जानकारी लेकर उन्हें भी तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही वॉल्व खराब होने, बिजली कनेक्शन नहीं होने, पंप खराब होने जैसी छोटी-छोटी परेशानियों से बंद पड़ी नलजल योजनाओं को तत्काल मरम्मत कराकर शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
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पाइपलाइन की भी जांच
नगरीय क्षेत्रों में नालियों से होकर जाने वाली पीने के पानी की पाइप लाइनों की शिफ्टिंग के लिए भी योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं. घरों में पानी की सप्लाई करने वाली ऐसी सभी पाइपलाइनों को तत्काल चिन्हांकित करके उनकी शिफ्टिंग के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा.