कोरबा: 'कोरोना हॉट स्पॉट' कहे जाने वाले शहर में लॉक डाउन का उल्लंघन और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. प्रशासनिक अमला भी लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराने में नाकाम साबित हो रहा है, जबकि सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र ऐसा कारगर उपाय है, जिससे कि कोरोना वायरस को परास्त किया जा सकता है. बावजूद इसके लोग अब ही नहीं चेत रहे हैं. ऐसे में ETV भारत ने शहर के इतवारी बाजार का जायजा लिया. जहां लोग मास्क न पहनने के लिए कई तरह के बहाने बनाकर बचते हुए दिखे.
दरअसल, कोरबा शहर के बीचो-बीच और सिटी कोतवाली से कुछ ही दूरी पर स्थित इतवारी बाजार में सब्जी खरीदने के लिए लोग ऐसे टूट पड़े जैसे की सामान्य दिनों में और लॉकडाउन के दिनों में कोई अंतर ही न हो. रोज सब्जी की दुकान लगाने वाले छोटे व्यापारी हों या फिर सब्जी खरीदने आए आम व खास लोग. सभी बेहद लापरवाही पूर्वक बाजार में घूम रहे थे. इनमें से कोई भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहा था.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही धज्जियां
औपचारिकता के तौर पर पुलिस ने यहां कुछ जवानों को भी तैनात किया था, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी, कि यह गिनती के जवान व्यवस्था संभालने में असहाय दिखे. परिणाम यह हुआ कि कई एसे लोग दिखे, जो बिना मास्क लगाए खुलेआम भीड़ के रूप में घूम रहे थे. हॉट स्पॉट बन चुके जिले में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जोकि बेहद अकल्पनीय परिस्थितियां पैदा कर सकता है.
जिले के कटघोरा से इतने मरीज फिर भी लापरवाही
कटघोरा छत्तीसगढ़ का कोरोना हॉट स्पॉट बन चुका है. जहां से 22 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. 21 एक्टिव मरीज अभी अकेले कटघोरा से हैं, जबकि कोरबा जिले से कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 23 है. बावजूद इसके कोरबा जिले में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है. प्रशासन का पूरा ध्यान कटघोरा पर फोकस है. वर्तमान में यहां 350 जवान तैनात हैं, जो कि कर्फ्यू का कड़ाई से पालन कराने में लगे हुए हैं, लेकिन कोरबा शहर और इसके आसपास के इलाकों में अब भी लोगों का मजमा लगा रहता है, जो कि प्रशासन की ही मुश्किलें बढ़ा सकता है. बिना मास्क लगाए घर से निकलना अब अपराध भी घोषित हो चुका है, लेकिन लोग अब भी बेफिक्र हैं. पुलिस भी बिना मास्क लगाकर घूमने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं कर पा रही है.