कोरबा: जिले के कई गांवों में हाईटेंशन टावर लगाने खेत और पेड़ों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. जिले के ग्राम पंचायत घिनारा के ग्रामीणों का आरोप है कि निजी कंपनी पेड़ कटाई के एवज में उचित मुआवजा भी नहीं दे रही है.जबकि ग्रामीण अपनी आजीविका के लिए इन्हीं पेड़ों पर आश्रित रहते हैं.इसकी शिकायत लेकर ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने समस्या के निराकरण की मांग कलेक्टर से की.
मिल रही है धमकी
ग्रामीणों का कहना है कि जब वह निजी कंपनी के लोगों को उचित मुआवजा और खेतों के नुकसान की बात कहते हैं. तो उन्हें FIR दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि 30 जनवरी को प्रशासनिक अधिकारियों ने हर पेड़ और खेतों की क्षतिपूर्ति देने की बात कही थी. मुआवजा देने के बजाय प्रभावित किसानों को वंचित किया जा रहा है. ग्रामीणों ने समस्या का निराकरण करने की मांग की है.
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फलदार पेड़ कटने से ग्रामीण नाराज
गांव के आदिवासी तेंदू, महुआ, चिरौंजी की वनस्पति पर निर्भर हैं लेकिन इनके कटने से ग्रामीणों का कारोबार खत्म हो जाएगा. ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि क्षेत्र में टावर लगाए जाने के काम को सीमित किया जाए. जिससे प्राकृतिक पर्यावरण को भी नुकसान ना पहुंचे.
अवैध शराब की शिकायत
टावर के साथ ही गांव की महिलाएं गांव में बनने वाले अवैध शराब की शिकायत लेकर भी कलेक्ट्रेट पहुंची थीं. उन्होंने गांव में अवैध शराब का कारोबार बंद करने की मांग की.