कोरबा: छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ ग्राम पंचायत में काम करने वाले सचिव लामबंद हो गए हैं. सोमवार को शहर के घंटाघर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रैली निकाली गई. सचिव संघ ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. पंचायत सचिवों की प्रमुख मांग शासकीयकरण की है. जिसे पूरा कराने के लिए वह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
पढ़ें: SPECIAL: नक्सलगढ़ में 'लाल आतंक' से लोहा ले रहे सरेंडर नक्सली, देश सेवा के लिए ली महाशपथ
सचिवों का कहना है कि जमीनी स्तर पर वह इमानदारीपूर्वक कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं. राज्य और केंद्र सरकार के उन सेवाओं को लोकतंत्र के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम करते हैं. वह ग्रामीण अंचलों में योजनाओं को पहुंचा रहे हैं. पंचायत सचिवों के साथ नियुक्त सभी कर्मचारियों को नियमतीकरण कर दिया गया है. केवल पंचायत सचिव शासकीय करण से वंचित हैं.
![Village Panchayat Secretaries Protest Against Government in Korba](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-ktb-01-sachiv-hadtal-rtu-7208587_21122020155833_2112f_01653_159.jpg)
पढ़ें: SPECIAL: लाल आतंक का दंश झेल रहा छत्तीसगढ़, पक्ष और विपक्ष ने साधी चुप्पी
विधायकों ने सौंपा है अनुशंसा पत्र
सचिवों का कहना है कि मांग को पूरा करवाने के लिए उनके संगठन ने प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया है. जिसके समर्थन में प्रदेश के 65 विधायकों ने शासन को अनुशंसा पत्र सौंपा है. मांग जल्द ही पूरी नहीं होती, तो वह 26 दिसंबर से जनपद स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.